तीन मैचों की वनडे सीरीज में विराट कोहली को तीन बार आउट करने वाले ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड ने कहा है कि 17 दिसंबर से एडिलेड में होने वाले पहले टेस्ट मैच में उन्हें कोहली के खिलाफ थोड़ी बहुत मानसिक बढ़त हासिल होगी। हेजलवुड ने कहा कि पहला टेस्ट जो दिन-रात प्रारूप में खेला जाएगा वो एक नई शुरुआत होगी। इस मैच के बाद कोहली अपने पहले बच्चे के जन्म के लिए स्वदेश लौट लेंगे।
हेजलवुड ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "नहीं मुझे नहीं लगता कि मुझे उनके खिलाफ एडवांटेज होगा। सफेद गेंद से उनके खिलाफ मेरी किस्मत ने साथ दिया। इससे आप अगले प्रारूप में मदद ले सकते हैं। लेकिन मुझे लगता है कि यह एक नई शुरुआत होगी। गुलाबी गेंद से अलग कहानी होती है। उन्होंने पिछले साल लाल गेंद से रन किए थे।"
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उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि उनके खिलाफ शुरुआत करना भी अहम है। हम उनके खिलाफ एक टेस्ट में दो ही पारियों में खेलेंगे। यह जरूरी है कि हम उनके खिलाफ अच्छी शुरुआत करें और उन पारियों में उनके प्रभाव को खत्म करें।"
हेजलवुड ने गुलाबी गेंद से गेंदबाजी करने की चुनौती पर भी बात की। उन्होंने कहा कि उनकी टीम लाइट्स में गेंदबाजी करना पसंद करेगी क्योंकि गेंद लाइट्स में ज्यादा मूव करती है।
हेजलवुड ने कहा, "हां, जाहिर बात है.. मुझे लगता है कि रात में मैच का समय जल्दी निकलता है, खासकर जब आप तेज गेंदबाजी कर रहे हो।" उन्होंने हालांकि इस बात को माना कि फायदा इस बात पर भी निर्भर करता है कि गेंद नई है या पुरानी।
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उन्होंने कहा, "लेकिन यह निर्भर करता है कि आपके पास किस तरह की गेंद है। आपके पास रात में नई गेंद है, अगर हम हमारा इंग्लैंड दौरा देंखे तो जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड रात में गेंद को स्विंग करा रहे थे और मैच जल्दी ही खत्म हो रहा था। इसके उलट जब आपके पास रात में पुरानी गेंद होती है और दो बल्लेबाज सेट हैं तो यह काफी आसान हो जाता है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि नई गेंद कब आती है।"
हेजलवुड ने कहा कि डे-नाइट टेस्ट में पहले गेंदबाजी करना आसान नहीं होता है। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि अगर आप पहले बल्लेबाजी करते हो तो आपको फायदा है।"