भारत टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले वनडे मैच में 66 रनों से हार का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ तीन वनडे मैच की सीरीज में भारत 0-1 से पीछे हो गया है। इस मैच मेमं ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करत हुए 374 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया जिसके सामने भारत निर्धारित 50 ओवर में 308 ही रन बना सका।
भारत की इस हार पर स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह भड़क गए और उन्होंने हार का जिम्मा फील्डरों के सर फोड़ा। हरभजन सिंह ने कहा कि अगर टीम के फील्डर गेंदबाज को सपोर्ट नहीं करेंगे तो गेंदबाज को चोट पहुंचेगी। यही हुआ है आज।
ये भी पढ़ें - जिमी नीशम और ग्लेन मैक्सवेल ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में तूफानी पारियां खेलने के बाद केएल राहुल को किया ट्रोल
एक इंग्लिश वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में हरभजन सिंह ने पहले वनडे मुकाबले के बारे में बात करते हुए कहा "चीजें भारत के पक्ष में नहीं गई। मैं यह जरूर कहूंगा कि भारत ने टुकडों में अच्छी क्रिकेट खेली, लेकिन टीम की फील्डिंग काफी खराब रही, बहुत मिसफील्ड हुए, बहुत कैच भी छूटे। इंटरनेशनल क्रिकेट में आप आपकी तरफ आने वाली हर कैच को पकड़ना चाहते हैं, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण रहा कि ऐसा हो नहीं सका। अगर टीम के फील्डर गेंदबाज को सपोर्ट नहीं करेंगे तो गेंदबाज को चोट पहुंचेगी। यही हुआ है आज।"
ये भी पढ़ें - बेटी जीवा और पत्नी साक्षी संग पार्टी में ठुमके लगाते नजर आए एमएस धोनी, वीडियो हुआ वायरल
इसके अलावा हरभजन सिंह ने गेंदबाजों के बारे में बात करते हुए कहा कि भारतीय गेंदबाजों ने शुरुआत में नई गेंद से शॉट पिच गेंदबाजी की जबकि उन्हें विकेट लेने के लिए फुल लेंथ गेंदबाजी करनी थी।
भज्जी ने कहा "मुझे लगता है कि मोहम्मद शमी को छोड़कर सभी का काफी मुश्किल दिन रहा। यह पहला मुकाबला था और आपको ऑस्ट्रेलया में खेलने के लिए वहां के बाउंस और कंडिशंस से एडजस्ट होना पड़ेगा। आपको किन लेंथ पर गेंदबाजी करनी है। तो भारतीय गेंदबाजों ने शुरुआत के ओवरों में नई गेंद से शॉर्ट गेंदें फेंकी। आपको शुरुआत में विकेट चटकाने के लिए फुल लेंथ पर गेंदबाजी करनी होती है, जो की आज नहीं हुआ और यही वजह रही कि ऑस्ट्रेलिया बोर्ड पर इतने रन लगाने में कामायब रहा, जिसने चेस के दौरान भारत के जीतने के चांस को कम कर दिया।"
ये भी पढ़ें - केएल राहुल को नंबर 5 और इस खिलाड़ी को बतौर सलामी बल्लेबाज खिलाने की संजय मांजरेकर ने की वकालत
उल्लेखनीय है, ऑस्ट्रेलिया द्वारा मिले 375 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए शिखर धवन को छोड़कर भारतीय शीर्ष क्रम फेल रहा। मयंक अग्रवाल ने 22, कोहली ने 21, अय्यर ने 2 और राहुल ने 12 रन बनाए। ये सभी खिलाड़ी तेजी से रन बनाने के प्रयास में जल्दी ही अपना विकेट खो बैठे। भारत की ओर से सबसे अधिक 90 रन की पारी हार्दिक पांड्या ने खली, वहीं धवन ने 74 रन बनाकर उनका साथ दिया, लेकिन ये दोनों खिलाड़ी टीम को जीत नहीं दिला पाए।