पाकिस्तान के पूर्व ऑलराउंडर अब्दुल रज़्ज़ाक़ ने 38 साल की उम्र में एक बार फिर बल्ला पकड़ लिया है यानी इस उम्र में वह कमबैक कर रहे हैं. रज़्ज़ाक़ ने पांच साल पहले अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था. रज़्ज़ाक़ ने क़ायद-ए-आज़म ट्रॉफ़ी में खेलने के लिए पाकिस्तान टेलीविज़न के साथ अनुबंध किया है. वह अगले साल पाकिस्तान सुपर लीग में भी खेलने की हसरत रखते हैं.
रज़्ज़ाक़ 2013 में साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ टी-20 खेले थे. पाकिस्तान के घरेलू सर्किट में वह 2015 में देखे गए थे. रज़्ज़ाक़ ने 17 साल की उम्र में 1996 में ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी. रज़्ज़ाक़ ने पाकिस्तान के लिए 46 टेस्ट, 265 वनडे और 32 टी-20 मैच खेले हैं. पिछले कुछ सालों से वह कोचिंग दे रहे हैं और पाकिस्तीन सुपर लीग की टीम क्वेटा ग्लेडिएटर के सहायक बॉलिंग कोच रहे हैं.
रज़्ज़ाक़ अधिकृत रुप से कभी भी रिटायर नहीं हुए थे लेकिन अवसर के अभाव में सीन से ग़ायब हो गए थे. वह अपने परिवार के सात इंग्लैंड चले गए थे और हाल ही में उन्होंने वेस्ट इंडीज़ के ख़िलाफ़ सिरीज़ के लिए बतौर एक्सपर्ट एक टीवी के सात अमुबंध किया था.
रज़्ज़ाक़ ने कहा, "मोहम्मद वसीम ने मुझे दोबारा खेलने के लिए प्रेरित किया. मुझे क्रिकेट अभी भी पसंद है इसलिए मैंने आख़िरी बार फिर कोशिश करने का सोचा है.