भारतीय अंडर 19 टीम के ओपनर बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने विजय हजारे ट्रॉफी में अपनी बल्लेबाजी से सबका दिल जीत जीत लिया है। यशस्वी ने अपने पहले लिस्ट ए टूर्नामेंट के पांचवे मैच में ही मुम्बई के लिए ओपनिंग करते हुए दोहरा शतक जड़ डाला। जिसके चलते उनकी टीम ने झारखण्ड के सामने 358 रनों का विशाल लक्ष्य रखा है। यशस्वी ने अपनी 203 रनों की पारी के दौरान 154 गेंदों का सामना किया। इस दौरान उन्होंने 17 चौके और 12 छक्के मारे।
यशस्वी पहली बार लिस्ट ए टूर्नामेंट में खेल रहे हैं। जिसके पांचवे मैच में एक दोहरा शतक समेत उनके नाम अन्य दो शतक भी दर्ज हैं। यशस्वी ने आदित्य तारे के साथ पहले 200 रनों की ओपनिंग पार्टनरशिप निभाई उसके बाद अपनी तूफानी बल्लेबाजी से झारखण्ड के अनुकूल रॉय, वरुण आरोन जैसे गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। आरोन ने 10 ओवर में 77 तो अनुकूल ने 9 ओवर में 60 रन दिए।
गौतलब है कि यशस्वी उत्तर प्रदेश के भदोही जिले के रहने वाले हैं और क्रिकेट सीखने के शुरुआती दिनों में वो मैदान में टेंट के नीचे और गोल गप्पे बेच कर जीवन यापन करते थे। हालाँकि धीरे-धीरे यशस्वी को सपोर्ट मिला जिसके चलते वो आज मुम्बई के लिए लगातार रन बरसा रहे हैं।
बता दें की यशस्वी से पहले हाल ही में संजू सैमसन ने भी विजय हजारे ट्रॉफी में 125 गेंदों में सबसे तेज दोहरा शतक जड़ा था। जिसके बाद इस सत्र में दोहरा मारने वाले यशस्वी दूसरे बल्लेबाज बन गए हैं। इतना ही नहीं वो विजय हजारे ट्रॉफी में महज 17 साल 292 दिन की उम्र में दोहरा शतक जड़ने वाले भारत के पहले बल्लेबाज बन गए हैं। इसके अलावा उनकी पारी के दौरान लगाए गए 12 छक्के विजय हजारे में किसी बल्लेबाज द्वारा मारे गए सबसे अधिक छक्के हैं।
वहीं विजय हजारे ट्राफी में दोहरा शतक मारने वाले बल्लेबाजों की बात करें तो सचिन, सहवाग, शिखर, कौशल, रोहित और संजू के साथ-साथ अब यशस्वी का नाम भी शामिल हो गया है।