ज्योतिषी पंडित नरेंद्र बुंदे क्रिकेट से जुड़ी अपनी मशहूर और सटीक भविष्यवाणियों के लिए जाने जाते हैं. नागपुर के रहने वाले बुंदे ने सचिन तेंदुलकर की टेनिस एल्बो चोट के बाद वापसी और भारत रत्न मिलने की भविष्यवाणी की थी जो सही साबित हुई. उन्होंने सौरव गांगुली की वापसी और भारतीय टीम के 2011 में विश्व कप जीतने की भी भविष्यवाणी की थी जो सटीक साबित हुई. 2019 विश्व में धोनी के खेलने को लेकर अटकले हैं लेकिन बुंदे का कहना है कि 36 साल के टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी इंग्लैंड में होने वाले विश्व कप में खेलेंगे.
ग़ौरतलब है कि टीम इंडिया इस समय साउथ अफ़्रीका के दौरे पर है जहां केपटाउन में पहला टेस्ट चल रहा है और इंडिया की स्थिति अच्छी नही है. विदेश में भारत का रिकॉर्ड अच्छा नही है और साउथ अफ़्रीका में तो उसने 25 साल से कोई सिरीज़ जीती नही है. लेकिन नरेंद्र बुंदे की भविष्यवाणी है कि विराट कोहली के नेतृत्व में टीम इंडिया को विदेशी दौरे पर सफलता मिलेगी. उनका ये भी कहना है कि कोहली को ऐसा एंडोर्समेंट मिलने वाला है जो भारतीय खेल इतिहास का सबसे बड़ा एंडोर्समेंट क़रार होगा.
द. अफ़्रीका न सही, न्यूज़ीलैंड, ऑस्ट्रेलिया में सफलता मिलेगी
बुंदे ने साउथ अफ़्रीका दौरे पर सफलता के बारे में तो कोई भविष्यवाणी नहीं की लेकिन कहा कि अब टीम को उतने बुरे नतीजे नहीं मिलेगे जैसा कि पहले होता था जब विरोधी टीम हमारा सफाया कर देती थी. कोहली के सितारे और ग्रहों की चाल के मुताबिक भारत को न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में सकारात्मक नतीजे मिलने की संभावना है. कोहली को जल्द ही ऐसा करार मिलने वाला है जैसा मार्क मास्करेनहास ने सचिन तेंदुलकर के साथ किया था. आज के इस दौर में यह करार उससे भी बड़ा होने वाला है. कोहली का शुक्र ग्रह काफी मजबूत है इसलिए वह विदेश में अच्छा करेंगे.'
तेंदुलकर 1990 के दशक में जब शानदार प्रदर्शन कर रहे थे तब मास्करेनहास ने सेलीब्रिटी मैनेजमेंट के मायने बदलते हुए इस क्रिकेट सितारे के साथ करोड़ों रुपये का करार किया था.
बुंदे ने 2006 से भविष्यवाणी करना शुरू किया था. इसके बाद गांगुली, मुरली कार्तिक, एस. श्रीसंत, जहीर खान, और गौतम गंभीर जैसे क्रिकेटर उनसे सलाह ले चुके हैं.
आईसीसी महिला विश्व कप से पहले भारतीय टीम की कप्तान मिताली राज ने भी उनसे सलाह ली थी. इस साल रणजी चैंपियन बने विदर्भ के कप्तान फै़ज़ फ़ज़ल भी उनसे सलाह ले चुके हैं.
बुंदे ने कहा, 'मैंने फजल से बात कर उन्हें घरेलू एकदिवसीय मैचों में 24 नंबर लिखी जर्सी पहनने को कहा, जैसा उन्होंने किया. मिताली को भी मैंने 33 नंबर लिखी जर्सी पहनने की सलाह दी जो उनके लिए भाग्यशाली रहा.' बुंदे ने कहा कि उनकी भविष्यवाणी सिर्फ एक बार गलत साबित हुई है जब 2007 में वेस्टइंडीज में हुए विश्व कप के पहले दौर से भारतीय टीम बाहर हो गई थी.