इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में स्टार खिलाड़ी रविचंद्रन अश्विन ने ना सिर्फ गेंदबाजी से बल्की बल्लेबाजी में बेहतरीन शतकीय पारी खेली। इस दमादर प्रदर्शन के कारण ही भारतीय टीम ने इंग्लैंड को 317 रनों से हराकर सीरीज में 1-1 की बराबरी की। अश्विन के बेहतरीन खेल के बाद टीम के कप्तान विराट कोहली ने खुद बीसीसीआई टीवी पर उनका इंटरव्यू लिया और पूछा कि उन्होंने किस तरह से अपने खेल में इस तरह का सुधार किया है।
इसके अलावा अश्विन ने बताया कि कोरोना वायरस महामारी के दौरान जब सब कुछ बंद था तो वह कैसे अपने खेल की तैयारी करते थे। इसके अलावा भी उन्होंने विराट के साथ कई सारी बातें शेयर की।
यह भी पढ़ें- IND v ENG : इंग्लैंड के खिलाफ लिमिटेड ओवर सीरीज में बुमराह को मिल सकता है आराम
कोहली ने सबसे पहले अश्विन से पूछा कि अपने घरेलू मैदान और लोगों के बीच ऐसे शानदार प्रदर्शन किया, आपको कैसा लगा इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा, ''मुझे नहीं मालूम, यह मेरे करियर में पहली बार है, मैंने बिल्कुल ब्लैंक महसूस किया। जब मैं कल मैदान में बैटिंग के लिए गया, मैं बिल्कुल ब्लैंक महसूस कर रहा था, मैं मैदान पर आया और आपसे पूछा कि क्या मैं स्वीप शॉट खेलना शुरू करूं?''
उन्होंने कहा, ''आप मुझे जानते हो अच्छे से, मेरा दिमाग हमेशा टिक-टिक करता रहता है। एक बदलाव के लिए, यह वास्तव में ब्लैंक है। हमारे बीच की साझेदारी ने वास्तव में टोन सेट किया और मैं हमारे लिए बहुत खुश हूं। मैंने आपसे स्वीप करने के बारे में पूछा था, अगर आपने मुझे कुछ समय लेने के लिए कहा होता, तो मैंने अलग तरह से खेला होता।''
इसके अलावा अश्विन ने बिना क्रिकेट के लॉकाडाउन में कैसे वक्त गुजारा और किस तरह से वह खेल के बारे में सोचते थे यह सब उन्होंने विराट को बताया। अश्विन ने कहा, '' पूरे महामारी के दौरान जो चीजें हुईं, जैसे सबकुछ बंद था, मैं सोच रहा था कि क्या हो रहा है? अगर यह खेल मुझसे दूर चला गया, तो मैं बिल्कुल खो जाऊंगा। यहां तक कि जब मैं इस खेल के अन्य फॉर्मेट में नहीं खेल रहा होता हूं, तो मैं टीवी ऑन करके प्रीव्यू देखता हूं और देखता हूं कि क्या चल रहा है। ऐसे में लॉकडाउन में बिना क्रिकेट के सबकुछ मुश्किल था।''
यह भी पढ़ें- Ind vs Eng, 2nd Test Day-4 : अक्षर और अश्विन की फिरकी में फंसा इंग्लैंड, भारत ने अंग्रेजों से चुकाया हार का बदला
उन्होंने कहा, ''मुझे लगा कि अब कुछ भी नहीं बचा था, मैं खुद को देख रहा था और कैसे मैं लोगों से सीख सकता हूं। अतीत में जब भी मैं विदेश दौरे पर गया, दूसरों को गलत साबित करने की हताशा अधकि रही, लेकिन इस बार जब मैं ऑस्ट्रेलिया गया, तो यह खुद को साबित करने के बारे में था कि मैं क्या कर सकता हूं।''
आपको बता दें कि इंग्लैंड के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले में मेहमान टीम ने जीत दर्ज विजयी शुरुआत की थी लेकिन दूसरे मुकाबले में भारत ने दमदार वापसी करते हुए सीरीज में 1-1 की बराबरी कर ली है।