नई दिल्ली: श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सिरीज़ में अश्विन और जडेजा दोनों टीम में हैं, लेकिन टीम में हालात कुछ ऐसे बनने वाले है कि इन दोनों में से किसी एक को ही प्लेइंग जगह मिल पाएगी।
अश्विन और जडेजा इस वक्त टी-20 और वनडे से टीम से बाहर हैं। टीम से बाहर रहते हुए अश्विन ने 6 फर्स्ट क्लास मैच खेले जिनमें चार काउंटी और दो रणजी मैच शामिल हैं। काउंटी में अश्विन ने 4 मैच में 29.15 की औसत से 20 विकेट लिए वहीं बल्लेबाजी में अश्विन ने 214 रन बनाए। जिसमें 1 अर्धशतक शामिल है। जडेजा ने सिर्फ एक मैच सौराष्ट्र की तरफ से खेला और उसमें उन्होंने दोहरा शतक जड़ने के अलावा 7 विकेट भी लिए।
साफ है जडेजा जहां बैटिंग से अश्विन पर हावी होने की कोशिश करेंगे। वहीं अश्विन अपनी गेंद से जडेजा को चित करना चाहेंगे। वैसे भी टेस्ट जीतने के लिए 20 विकेट लेने जरुरी होते है। अगर दोनों खिलाड़ियों के इस साल की रिकॉर्ड को देखे तो कोई किसी से कम नहीं दिख रहा।
साल 2017 में अश्विन ने 12 टेस्ट में 72 विकेट लिए हैं। वहीं जडेजा ने सिर्फ 7 मैच खेले और इसमें उन्हें 44 विकेट मिले हैं। मुकाबला जोरदार है जीत उसी को मिलेगी जो आखिरी तक लड़ेगा। ऐसे में अश्विन और जडेजा के लिए श्रीलंका के खिलाफ सिरीज़ अग्निपरीक्षा बन चुकी है क्योंकि अगर इस फॉर्मेट से भी इनका पत्ता कटता है तो खेल खत्म समझिए।
वैसे भी सुनील गावस्कर जैसे सीनियर खिलाड़ी ने युजवेंद्र चहल को टेस्ट खिलाने की सिफारिश कर चुके है और वही कुलदीप पहले से ही टेस्ट टीम में शामिल हैं। ऐसे में अश्विन और जडेजा में से कोई एक ही टेस्ट टीम का हिस्सा बना रहेगा।