अपने दौर के टीम इंडिया के तूफ़ानी ओपनर वीरेंद्र सहवाग का कहना है कि 38 साल के फ़ास्ट बॉलर आशीष नेहरा आज अगर टी-20 टीम में हैं तो इसलिए क्योंकि वह फ़िटनेस के मामले में कप्तान विराट कोहली से 19 नही हैं. सहवाग ने कहा कि नेहरा ने यो-यो टेस्ट में 17-18 स्कोर किया था जो कोहली के ही बराबर है.
मेरे पास ट्रेनिंग के आज के उपकरण होते तो मैं भी नेहरा की तरह खेल रहा होता
सहवाग ने इंडिया टीवी के क्रिकेट की बात शो में कहा कि नेहरा की फ़िटनेस का राज़ ये है कि जब वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेल रहे होते हैं तब भी जिम में लगभग 8 घंटे बिताते हैं. ''ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ नेहरा के टी-20 सिलेक्शन पर मुझे हैरानी नही हुई. जब मैंने क्रिकेट खेलना शुरु किया था, मैं फ़िटनेस को लेकर सजग नहीं था हालंकि बाद में मैंने इस पर ध्यान दिया. अगर मेरे शुरुआती दिनों में मेरे पास ट्रेनिंग के आज के उपकरण होते तो मैं भी नेहरा की तरह आज खेल रहा होता.''
युवराज, रैना यो-यो टेस्ट में फ़ेल इसीलिए हुए टीम से बाहर
सहवाग ने कहा कि नेहरा फ़ास्ट बॉलर हैं और उन्हें दौड़ने में कोई दिक़्क़त नही होती. इसीलिए यो-यो टेस्ट में उन्हें कोई समस्या नही हुई. नेहरा मजबूरन जिम में वक़्त नहीं बिताते बल्कि उन्हें दौड़ने और तैराकी का शौक़ है. युवराज सिंह और सुरेश रैना यो-यो टेस्ट पास नहीं कर पाए और इसीलिए वे टीम-20 टीम में नही हैं. नेहरा को उनके क़द का भी फ़ायदा मिलता है, उनके डग लंबे हैं.
42 की उम्र में जयसूर्या, 40 की उम्र में तेंदुलकर खेल सकते हैं तो नेहरा क्यों नही?
वीरु ने कहा, ''मुझे नहीं लगता कि विश्व कप खेलने के लिए उम्र को पैमाना होना चाहिए. अगर नेहरा फ़िट हैं, रन कम दे रहे हैं और विकेट ले रहे हैं तो उन्हें क्यों नही टीम में होना चाहिए? 42 की उम्र में सनथ जयसूर्या और 40 की उम्र में अगर सचिन तेंदुलकर खेल सकते हैं तो नेहरा क्यों नही? मुझे ख़ुशी है कि वह टीम का हिस्सा हैं और मैं चाहता हूं कि वह भविष्य में और मैच खेलें.''
सहवाग ने कहा कि फ़िटनेस मंत्र है, अगर आप फ़िट हैं तो हिट हैं.