बर्मिघम। इंग्लैंड के खिलाफ 144 रनों की शानदार पारी खेलकर आस्ट्रेलिया को पहले एशेज टेस्ट मैच के पहले दिन सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने वाले स्टीव स्मिथ ने माना कि एक साल के बैन के दौरान उन्होंने कई बार क्रिकेट से संन्यास लेने के बारे में सोचा। स्मिथ पर दक्षिण अफ्रीका सीरीज के दौरान बॉल टेम्परिंग मामले में शामिल होने के कारण प्रतिबंध झेलने के बाद पहला टेस्ट खेल रहे हैं।
'क्रिकइंफो' ने स्मिथ के हवाले से बताया, "पिछले 15 महीनों में कई बार ऐसा समय आया जब मैं यह नहीं जानता था कि मैं कभी क्रिकेट खेल पाऊंगा या नहीं।"
स्मिथ ने कहा, "एक समय पर मैने इसके लिए प्यार खो दिया था, खासकर उस समय जब मेरी कोहनी का ऑपरेशन हुआ था। ये काफी अजीब था, ये वो दिन था, जब मेरी कोहली के ब्रेसेस हटाए गए, मुझे फिर से इसके लिए प्यार मिला। मुझे नहीं पता कि ये क्या था, ये एक ट्रिगर की तरह था जिसने कहा कि मैं फिर से मैदान में जाने के लिए तैयार हूं, मैं खेलना चाहता हूं।"
स्मिथ ने एजबेस्टन मैदान पर हुए मैच में अपने करियर का 24वां शतक लगाया। उन्होंने कहा, "इससे पहले मेरे अंदर ऐसी भावना कभी नहीं थी। मुझे खेल से बहुत ज्यादा प्यार नहीं था, और ये थोड़ी देर के लिए था। किस्मत से, वो प्यार वापस लौट आया। मैं वास्तव में इसके लिए आभारी हूं, आस्ट्रेलिया के लिए फिर से खेल रहा हूं और मुझे जो पसंद है वो कर रहा हूं।"
उन्होंने इस शतक को अपने करियर के सर्वश्रेष्ठ शतकों में से एक बताया। स्मिथ ने कहा, "मैं समझता हूं कि यह मेरे सबसे अच्छे शतकों में से एक है, निश्चित रूप से पहले एशेज टेस्ट मैच में सुबह गेंद मूव कर रही थी इसलिए मुझे वास्तव में कड़ी मेहनत करनी पड़ी।"