भारतीय महिला तेज गेंदबाज शिखा पांडे का मानना है कि इंग्लैंड के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला में टीम के संघर्ष के लिए सिर्फ बल्लेबाजों को दोष देना गलत होगा क्योंकि उन्हें एक टीम के तौर पर ‘बेहतर लय’ में आने की जरूरत हैं।
तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला भारतीय टीम पहले ही गंवा (0-2) चुकी है और शनिवार को श्रृंखला के आखिरी मैच में उसकी कोशिश सम्मान बचाने के साथ आगामी टी20 श्रृंखला के लिए लय हासिल करने की होगी।
कप्तान मिताली राज और युवा सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा के अलावा भारत के सभी बल्लेबाजों को रन बनाने के लिए संघर्ष करना पड़ा है।
शिखा ने तीसरे एकदिवसीय की पूर्व संध्या पर कहा, "मैं यह नहीं कहूंगी कि हमारी मुख्य चिंता बल्लेबाजी है। मैं आपको एक खिलाड़ी के नजरिये से जवाब दे सकती हूं, जब हम किसी मैच में उतरते हैं तो इसके तीनों पहलुओं के बारे में एक साथ सोचते हैं। ऐसे में अगर बल्लेबाज बड़ा स्कोर करने में नाकाम रहे तो गेंदबाज और गेंदबाजी इकाई के तौर पर हमें कड़ी मेहनत कर बल्लेबाजों को समर्थन देने की जरूरत है।"
उन्होंने कहा, "इसलिए, मैं यह नहीं कहूंगी कि हम खेल के सिर्फ एक विभाग पिछड़ रहे है। शायद हम तीनों (विभागों) को एक साथ अच्छा करें। जिस दिन हम खेल के तीनों विभाग में अच्छा प्रदर्शन करेंगे, वह दिन हमारा होगा।"
उन्होंने कहा, "मैं कहूंगी कि हमें एक टीम के रूप में बेहतर लय हासिल करने की जरूरत है।"
खराब लय में चल रहीं हरमनप्रीत कौर और स्मृति मंधाना को 'विश्व स्तरीय खिलाड़ी' बताते हुए शिखा ने उम्मीद जतायी कि दोनों बल्लेबाज तीसरे एकदिवसीय में अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
उन्होंने कहा, "हम सभी जानते हैं कि वे कितने अच्छे बल्लेबाज हैं। उन्हें सिर्फ एक अच्छी पारी की जरूरत है और हम सभी उनका समर्थन कर रहे हैं। मुझे यकीन है कि अगले कुछ मैचों में या अगले मुकाबले में ही वे दोनों शानदार प्रदर्शन कर टीम को जीतने में मदद करेंगे।"
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भारतीय टीम दोनों एकदिवसीय मैचों में तेजी से रन बनाने में नाकाम रही और शिखा ने कहा कि टीम के सहयोगी सदस्यों ने इसके बारे में बात की है और इसमें सुधार करने पर काम जारी हैं।