मुंबई। श्रीलंका के महान बल्लेबाज अरविंद डिसिल्वा ने अपने पूर्व कप्तान अर्जुन रणतुंगा के दावे को खारिज करते हुए कहा है कि भारतीय क्रिकेट में इतनी गहराई है कि श्रीलंका दौरे पर आई भारतीय टीम को दूसरे दर्जे की नहीं कहा जा सकता। शिखर धवन की कप्तानी में भारत की युवा टीम श्रीलंका दौरे पर सीमित ओवरों की श्रृंखला के लिये आई है। तीन मैचों की वनडे श्रृंखला 13 जुलाई से शुरू होगी।
विराट कोहली की कप्तानी में सीनियर खिलाड़ी इंग्लैंड में पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेलेंगे। विश्व कप विजेता पूर्व कप्तान रणतुंगा ने दूसरे दर्जे की भारतीय टीम की मेजबानी के लिये श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड को लताड़ते हुए कहा था कि यह किसी अपमान से कम नहीं है।
डिसिल्वा ने वर्चुअल बातचीत में कहा ,‘‘ भारत के पास प्रतिभा की कमी नहीं है। इसलिये इस टीम को दूसरे दर्जे की नहीं कहा जा सकता।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ दुनिया भर में इस समय रोटेशन के आधार पर ही खिलाड़ियों का चयन हो रहा है चूंकि लगातार बायो बबल में रहना आसान नहीं है। युवा खिलाड़ियों और अधिकारियों के लिये भी यह मानसिक रूप से काफी चुनौतीपूर्ण है।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ भविष्य में भी शायद ऐसा ही होगा। अगर आप दूसरे या तीसरे दर्जे की टीम भी भेजते हैं तो वह तीसरे दर्जे की नहीं होगी बल्कि यह रोटेशन के तहत किया गया बंदोबस्त है।’’
श्रीलंका क्रिकेट ने भी रणतुंगा को जवाब देते हुए कहा था ,‘‘भारतीय टीम के 20 सदस्यों में से 14 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल चुके हैं लिहाजा यह दूसरे दर्जे की टीम नहीं है जैसा कि दावा किया गया है। ’’