भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और लेग स्पिन अनिल कुंबले की गिनती भारत के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में की जाती है। कुंबले भारत के लिए टेस्ट और वनडे दोनों ही फॉर्मेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। कुंबले के नाम टेस्ट क्रिकेट में 619 विकेट दर्ज हैं, वहीं वनडे में उन्होंने 337 खिलाड़ियों को अपनी फिरकी से पवेलियन भेजा है। कुंबले की इसी काबलियत की वजह से उनकी तुलना दिग्गज स्पिनर शेन वॉर्न और मुथैया मुरलीधरन से की जाती थी।
हाल ही में अनिल कुंबले ने बताया कि जब करियर के दौरान उनकी तुलना इन दो दिग्गज स्पिनरों से होती थी तो उन्हें यह काफी मुश्किल लगता था। जिम्बाब्वे के क्रिकेटर पोमी एमबंगवा के साथ इंस्टाग्राम लाइव चैट पर कुंबले ने कहा "उनसे तुलना करना तब मुश्किल हो गया जब यह दोनों खिलाड़ी किसी भी सतह पर गेंद को घुमाया करते थे। वॉर्न और मुरली की तुलना मेरे से की जाने लगी तो यह मेरे लिए काफी मुश्किल था।"
कुंबले ने आगे कहा "मुरली को मैंने ज्यादा देखा है क्योंकि भारत और श्रीलंका के मैच बहुत बार खेले जाते थे। मैं जब भी कोई रिकॉर्ड बनाता था तो मुरली मुझे मुबारकबाद जरूर देते थे।"
ये भी पढ़ें - वेस्टइंडीज के खिलाफ आखिरी टेस्ट मैच में खेलना चाहते हैं जोफ्रा आर्चर : जेम्स एंडरसन
इसी के साथ कुंबले ने बताया कि जब मुरली 500 विकेट से 30 कदम दूर थे तो उन्होंने पहले ही इसकी शुभकामनाएं उन्हें दे दी थी। लेकिन उस समय मुरली ने कहा था कि अभी नहीं 30 विकेट लेने में बहुत समय लगेगा।
कुंबले ने कहा "मैंने मुरली को पहले ही 500 विकेट लेने की मुबारकबाद दे दी थी जब वह 30 विकेट दूर थे। तब उन्होंने कहा था नहीं, नहीं अभी बहुत समय है। तब मैंने उन्हें जवाब दिया था तुम्ह ये बस तीन टेस्ट मैच में ही कर दोगे।"
बता दें, कुंबले इंटरनेशनल क्रिकेट में इकलौते ऐसे गेंदबाज है जिसने टेस्ट क्रिकेट की एक पारी में 10 विकेट लिए हैं। वहीं मुरलीधरन के नाम टेस्ट और वनडे में सबसे अधिक विकेट लेने का रिकॉर्ड है। मुरली के नाम टेस्ट में 800 तो वनडे में 534 विकेट दर्ज हैं।