भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और कोच अनिल कुंबले का मानना है कि कोरोना वायरस महामारी के कारण इस खेल में कई तरह के बदलाव देखने को मिलेंगे। खास तौर से गेंद चमकाने के लिए लार पर लगाए गए बैन के बाद क्रिकेट में काफी बदलाव आ जाएगा। वहीं कुंबले ने इस महामारी के दौरान सलाह दी है कि अब सभी टीमों को अपने प्लेइंग इलेवन में कम से कम दो स्पिन गेंदबाजों को खेलने का मौका दिया जाना चाहिए।
आपको बता दें कि कुंबले आईसीसी क्रिकेट कमेटी के अध्यक्ष भी हैं और कोरोना महामारी के दौर में क्रिकेट को फिर से बहाल करने के लिए उनकी कमेटी की बैठक में ही लार के इस्तेमाल पर रोक लगाने की पहल की है।
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हालांकि इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि लार पर बैन के बाद बल्ले और गेंद के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए पिच को उसके अनुरूप तैयार करना होगा, जिससे कि इस खेल का रोमांच बरकरार रह सके।
इससे पहले कुंबले ने यह साफ किया था कि लार पर जो बैन लगाया गया है वह स्थायी नहीं है। कोरोना महामारी के बाद जैसे सबकुछ समान्य होगा इस बैन को हटा लिया जाएगा।
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कोरोना महामारी के कारण पूरी दुनिया में क्रिकेट आयोजन बंद पड़ा हुआ है। हालांकि लगभग दो महीने से भी अधिक समय बीत जाने के बाद अब इस खेल को फिर से बहाल किए जाने को लेकर तैयारियां की जाने लगी हैं।
इंग्लैंड, वेस्टइंडीज, पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया जैसे देश जल्द से जल्द इस खेल को बहाल करने की कोशिश में जुट चुके हैं। इसी पहल का नतीजा है कि अगले महीने इंग्लैंड और वेस्टइंडीज की टीमें तीन टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए एक दूसरे भिड़ेगी। वहीं वेस्टइंडीज के बाद पाकिस्तानी टीम भी जुलाई के अंत तक इंग्लैंड का दौरा करेगी।
हालांकि इस दौरान सुरक्षा से जुड़े सभी दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाएगा और सभी मुकाबले में खाली स्टेडियम में होगा और वहां दर्शक मौजूद नहीं रहेंगे।