इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के शुरुआती दिनों में कोलकाता नाइट राइडर्स में सौरव गांगुली और कोच जॉन बुकानन के बीच के रिश्तों की खटास किसी से छुपी नहीं है। टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज आकाश चौपड़ा ने बताया है कि शुरुआत में यह सबकुछ अच्छा था लेकिन 2009 तक चीजें बिगड़ गई थीं।
उन्होंने कहा, "बुकानन का काम करने का तरीका अलग था और गांगुली का अलग था। अंत में वह गांगुली को कप्तानी से हटाना चाहते थे, जो अगले सीजन में हुआ क्योंकि पहले सीजन में टीम छठे स्थान पर रही थी और गांगुली जब कप्तान नहीं थे तब टीम आठवें स्थान पर रही थी।"
पूर्व सलामी बल्लेबाज ने कहा कि चीजें 2009 तक काफी बिगड़ गई थीं और टीम ने सीजन का अंत सबसे नीचे रहते हुए किया था। कोच को हटा दिया गया था और गांगुली को 2010 में दोबारा कप्तान बनाया गया था।
उन्होंने कहा, "अंत में बुकानन को जाना पड़ा। कुछ चीजें बढ़ा चढ़ाकर बताई गईं, मैं इसलिए यह कह सकता हूं क्योंकि मैंने यह चीजें देखी थीं। वह लोग तीन कप्तान बनाने की बात कर रहे थे, जो हुआ नहीं। लेकिन ऐसा होता है कि अगर एक चीज बिगड़ती है तो बाकी चीजों पर इसका असर पड़ता है।"