चार टेस्ट मैचों की सीरीज के दूसरे मुकाबले में भारत ने मेजबान ऑस्ट्रेलिया को 8 विकेट से हरा दिया। भारत की इस जीत में कप्तान अजिंक्य रहाणे की महत्वपूर्ण भूमिका रही। कप्तान रहाणे ने पहली पारी शानदार शतकीय पारी खेलकर टीम इंडिया को मजबूत स्थित में लाकर खड़ा किया और अंत में जीत के लिए आखिरी रन भी उन्हीं के बल्ले से आया।
इस मुकाबले ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था और अपनी पहली पारी में वह सिर्फ 195 रन ही बना पाए। इस स्कोर के जवाब में भारतीय टीम का शीर्षक्रम सस्ते में आउट होते गए लेकिन रहाणे एक छोर से डटे रहे और रनआउट होने से पहले उन्होंने जडेजा के साथ मिलकर टीम के स्कोर को 326 रनों के स्कोर तक पहुंचाने अहम भूमिका निभाई।
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इस तरह भारत ने अपनी पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया के पर 131 रनों की बढ़त हासिल कर ली। वहीं दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलियाई टीम एक बार फिर से भारत से कमतर साबित हुई और सिर्फ 200 रन ही बना पाई। इस तरह टीम इंडिया के सामने चौथी पारी में जीतकर के लिए 70 रनों का लक्ष्य मिला।
हालांकि यह लक्ष्य काफी छोटा था लेकिन टीम इंडिया एडिलेड में मिली हार को नहीं भूली थी जहां 11 खिलाड़ी मिलकर सिर्फ 36 रन ही बना पाए थे। ऐसे में जरूरी था कि टॉप ऑर्डर टीम को ठोस शुरुआत दें लेकिन ऑस्ट्रेलियाई पेसर मिचेल स्टार्क और पैट कमिंस ने मयंक अग्रवाल और चेतेश्वर पुजार को आउट कर भारत के उपर दवाब बनाने की कोशिश की।
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हालांकि अपने बेहतरीन लय में नजर आ रहे शुभमन इस बीच लगातार शॉट लगा रहे थे और इसके साथ ही उन्हें कप्तान रहाणे का भी उन्हें अच्छा साथ मिल रहा था। ऐसे में पारी के 16वें ओवर में ही टीम ने अपने लक्ष्य का पूरा कर लिया।
इस दौरान टीम के लिए विजयी रन अजिंक्य राहणे के बल्ले से निकला जो काफी खास था। भारतीय टीम का साल 2020 में यह आखिरी टेस्ट मैच था और ऐसे में पहली पारी में शतक के बाद रहाणे के बल्ले से विजयी रन निकला टीम के लिए एक सुखद अंत माना जा सकता है।