इंग्लैंड में खेले गए आईसीसी विश्वकप 2019 के लिए चुनी गई भारतीय टीम में जगह ना मिलने के बाद से नाराज अम्बाती रायुडू ने बिना सोचे समझे क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया था। जिसके दो माह बाद अब रायुडू ने एक बार फिर बल्ला लेकर मैदान में उतरने और टीम इंडिया में वापसी करने की ठान ली है।
आंध्र प्रदेश के मध्यक्रम के बल्लेबाज अम्बाती रायुडू ने अपनी वापसी के लिए आईपीएल टीम चेन्नई सुपर किंग्स, वीवीएस लक्ष्मण और हैदराबाद के चयनकर्ता नोएल डेविड का शुक्रिया अदा किया। रायुडू ने क्रिकेट में वापसी को लेकर कहा कि वो हैदराबाद की टीम से एक बार फिर रणजी क्रिकेट खेलने को तैयार हैं और उनके अंदर अभी काफी क्रिकेट बची है। जिसके चलते 10 सितंबर से वो घरेलू क्रिकेट में कदम रखेंगे।
वहीं, दूसरी तरफ रायुडू की वापसी से हैदराबाद टीम के चयनकर्ता नोएल डेविड काफी खुश दिखे और उन्होंने कहा, "यह हमारे लिए अच्छी खबर है। रायुडू में अभी कम से कम 5 साल की क्रिकेट बाकी है। वे युवा खिलाड़ियों को काफी कुछ सिखा सकते हैं। उनके बिना हमें पिछले साल रणजी ट्रॉफी में काफी संघर्ष करना पड़ा था। उनकी क्लास और अनुभव से हमारी टीम को फायदा होगा।"
गौरतलब है कि पिछले साल से लेकर विश्वकप के ठीक पहले तक कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री ने रायुडू को टीम इंडिया में नंबर चार के लिए सबसे दमदार बल्लेबाज बताया था। हालांकि अप्रैल में जब विश्वकप के लिए टीम इंडिया चुनी गई तो उनका नाम गायब था। रायुडू की जगह मुख्य चयनकर्ता एम. एस. के. प्रसाद ने विजय शंकर को 3D खिलाड़ी बताते हुए विश्वकप टीम में चुना था।
ऐसे में जब रायुडू का चयन टीम इंडिया में नहीं हुआ था तो उन्होंने एक विवादित ट्वीट भी किया था। जिसके चलते सोशल मीडिया में उन्हें काफी सुर्खियां मिली थी। इस तरह रायुडू को सबसे ज्यादा बुरा तब लगा जब विश्वकप में रिजर्व खिलाड़ी होते हुए भी उन्हें चोटिल होकर शिखर धवन और फिर विजय शंकर के बाहर होने के बाद भी बीसीसीआई ने उनकी जगह ऋषभ पंत को वर्ल्ड कप के लिए इंग्लैंड भेजा था। जिसके बाद रायुडू ने भावुक होकर क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया था।
बता दें कि रायुडू भारतीय टीम के लिए 55 वन-डे इंटरनेशनल में 47.05 की औसत से 1694 रन बनाए हैं। रायुडू के बल्ले से तीन शतक और 10 अर्धशतक भी निकले हैं। 6 टी-20 मैच खेलने वाले रायुडू ने 10.50 की खराब औसत से 42 रन बनाए है।