कोलकाता: ईडन गार्डन्स को छह महीने से भी कम समय में विश्व ट्वेंटी20 के फाइनल की मेज़बानी करनी है और ऐसे में बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) ने गंभीर प्रयास शुरू कर दिए हैं कि गुरुवार को बारिश के कारण मैच रद्द होने की तरह उसे इस मुकाबले के आयोजन से भी वंचित न होना पड़े।
कैब के भावी अध्यक्ष पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली भी काफी चिंतित लग रहे हैं और उन्हें मुख्य क्यूरेटर प्रबीर मुखर्जी के सहायक शंकरशण पाल और मैदानकर्मियों के साथ बात करते देखा गया। कैब के अधिकारी ने कहा, वे उन्हें 15 अक्तूबर से होने वाले रणजी मुकाबले (राजस्थान के खिलाफ) के लिए मैदान तैयार करने को कह रहे थे।
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीसरा टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच रद्द होने के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार ठहराए गए क्यूरेटर मुखर्जी के प्रति कैब ने अब रवैया नरम किया। क्यूरेटर के इस्तीफे की मांग करने वाले कैब के कोषाध्यक्ष विश्वरूप डे ने आज कहा कि वह निजी तौर पर क्यूरेटर से बात करेंगे और उन्हें काम पर लौटने के लिए मनाएंगे।
डे ने कहा, ऐसी चीजें सभी के जीवन में होती हैं। कभी कभी चोटी का डाक्टर भी मरीज़ को ठीक नहीं कर पाता। वह इतने अनुभवी व्यक्ति हैं और हमें उनके प्रति सम्मान दिखाना चाहिए। मैं निजी तौर पर उनसे बात करूंगा। यह हमारे लिए सीखने का समय था।
विश्व टी20 फाइनल की मेज़बानी ईडन से छिनने की आशंका पर डे ने कहा, अगर नयी दिल्ली में कुछ गैरकानूनी होता है तो क्या राजधानी स्थानांतरित कर दी जाती है।
मैदान समिति के अध्यक्ष देवब्रत दास ने हालांकि कल मैच नहीं हो पाने के लिए मुखर्जी को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने दावा किया कि इस अनुभवी क्यूरेटर ने गांगुली की बात नहीं सुनी। उन्होंने कहा, गांगुली ने तीन बार उन्हें बुलाया और बारिश आने से काफी पहले ही मैदान को कवर करने का आग्रह किया लेकिन उन्होंने इसे कोई तवज्जो नहीं दी।
उन्होंने कहा, प्रबीर दा ने हमारे से कहा कि मैं मैदान को किसी भी अन्य से बेहतर जानता हूं।
दोपहर बारिश के बाद आउटफील्ड गीला होने की वजह से भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच को एक भी गेंद फेंके बिना रद्द करना पड़ा था।