लखनऊ| अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 10,000 रन पूरा करने वाली भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज ने कहा कि वह महिलाओं के खेल में लगातार हो रहे बदलाव में प्रासंगिक बने रहने के लिए अपने खेल को बेहतर करने पर ध्यान देती रहती है। दो दशक से अधिक समय से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल रही 38 साल की मिताली इस मुकाम पर पहुंचने वाली पहली भारतीय और दूसरी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर है।
मिताली ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे वनडे अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान 35वां रन पूरा करते ही यह उपलब्धि हासिल की। उनके नाम पर अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 10,001 रन दर्ज हैं और उनका औसत 46.73 है। मिताली ने यहां मैच के बाद कहा, ‘‘जब तक मुझे बल्लेबाजी करने का मौका मिलता है, तब तक इसे जारी रखना होगा। इससे महिलाओं के खेल में बदलते मानदंडों और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रासंगिक बने रहने के लिए मुझे अपने खेल पर काम करने का काफी अनुभव मिला है।’’
वनडे टीम की इस कप्तान ने कहा कि उनके लिए व्यक्तिगत उपलब्धि से ज्यादा जरूरी लगातार अच्छा करना जारी रखना है। उन्होंने कहा, ‘‘जब आप इतने लंबे समय तक खेलते है तो आप कई उपलब्धियां हासिल करते है। यह उसी में से एक है, मैं हमेशा बेहतर प्रदर्शन करने पर ध्यान देती हूं। अंतरराष्ट्रीय या घरेलू मैचों में जब भी मुझे बल्लेबाजी का मौका मिलता है तो मेरा ध्यान रन बनाने पर होता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस उपलब्धि के बारे में ज्यादा नहीं सोच रही हूं। मैं सिर्फ एक उपलब्धि के बारे में सोच रही है और वह है विश्व कप जीतना। ’’
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लिजेल ली की करियर की सर्वश्रेष्ठ नाबाद 132 रन पारी की मदद से दक्षिण अफ्रीका ने बारिश से प्रभावित तीसरे महिला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में यहां भारत पर डकवर्थ लुईस पद्धति से छह रन से जीत दर्ज करके पांच मैचों की सीरीज में 2-1 से बढ़त बनायी।
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मिताली ने मैच में स्पिनरों के निराशाजनक प्रदर्शन के बारे में पूछे जाने पर कहा कि उन्हें लगातार बेहतर प्रदर्शन करने पर ध्यान देना होगा लेकिन यह चिंता की कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें अपने प्रदर्शन पर काम करना होगा और यह चिंता की बात नहीं है। वे लय हासिल कर लेंगी।’’