नयी दिल्ली: जगमोहन डालमिया के अचानक निधन के बाद अब ये चर्चा ज़ोरों पर है कि अब भारत में क्रिकेट की बागडोर किसके हाथ होगी। BCCI के टॉप आधिकारी जल्द ही इस बारे में बैठक कर कोई फ़ैसला करेंगे।
सीने में दर्द की शिकायत के बाद गुरुवार देर रात यहां के एक अस्पताल में भर्ती किए गए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष जगमोहन डालमिया का रविवार की शाम निधन हो गया।
कौन है दौड़ में शामिल
डालमिया की अचानक मृत्यु से BCCI का शीर्ष पद अचानक ख़ाली हो गया है और किसी नए अधिकारी का चुनाव इतना आसान नहीं होगा। फिलहाल सबकी नज़रे BCCI सचिव अनुराग ठाकुर पर टिकी हैं और यूपी क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष और कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला के नाम पर भी चर्चा हो रही है लेकिन उन्हें BCCI का प्रसीडेंट बनने के लिए ईस्ट राज्य का समर्थन जुटाना पड़ेगा।
ईस्ट के उपाध्यक्ष गौतम रॉय भी इस दौड़ में शामिल हो सकते हैं क्योंकि 1992 में ग्वालियर में हुई बोर्ड की AGM में जिन पांच उपाध्योक्षों को चुना गया था रॉय उनमे से एक थे। लेकिन रॉय के लिए राह आसान नहीं है क्योंकि BCCI में उनके ज़्यादा समर्थक नहीं हैं। ऐसी ही कुछ स्थिति दिल्ली के सीके खन्ना की है जो सेंट्रल ज़ोन से उपाध्यक्ष हैं।
BCCI के संविधान के अनुसार अनुराग को अध्यक्ष चुनने के लिए बोर्ड की स्पेशल जनरल बॉडी मीटिंग बुलवानी पड़ेगी लेकिन अभी ये स्पष्ट नहीं है कि वो ऐसा कर बी पाते हैं कि नहीं क्योंकि सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के बाद ही वर्किंग कमेटी की बैठक की तारीख़ तय होगी।
क्या कहता है BCCI का संविधान
BCCI के संविधान के अनुसार अगर अध्यक्ष का पद निर्धारित कार्यकाल के पहले ही किसी वजह से ख़ाली हो जाता है तो "बोर्ड सचिव 15 दिन के अंदर स्पेशल जनरल बॉडी की मीटिंग बुलाकर अध्यक्ष का चुनाव करेंगे। अध्यक्ष पद के लिए व्यक्ति का नाम उस ज़ोन से कम से कम एक पूर्ण कालिक सदस्य मनोनीत करेगा जिस ज़ोन से उस अध्यक्ष के नाम का प्रस्ताव गया था जिसका कार्यकाल समय के पहले ख़त्म हो गाया हो। मनोनीत व्यक्ति अगले चुनाव तक अध्यक्ष पद संभालेगा।“
अगर मामला सीधा साधा होता तो कोई एक उपाध्यक्ष अध्यक्ष बन सकता था लेकिन लेकिन BCCI में ख़ेमेबाज़ी के चलते ये इतना आसान भी नही है।
ये भी पढ़ें: डालमिया के निधन से सोशल मीडिया में शोक