अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के कार्यवाहक सीईओ ज्योफ अलारडाइस ने रविवार को स्पष्ट किया कि अफगानिस्तान की टी20 विश्व कप में भागीदारी को कोई खतरा नहीं है लेकिन उन्होंने कहा कि इस समस्याग्रस्त देश में शासन में बदलाव के बाद चीजें कैसे सामने आती हैं इस पर करीबी नजर रखी जाएगी।
ऐसी रिपोर्ट आयी थी कि अगर अफगानिस्तान की टीम देश में चल रहे उथल पुथल के बीच तालिबान के ध्वज तले खेलने का फैसला करती है तो आईसीसी उसे भाग लेने से रोक सकती है।
अलारडाइस ने वर्चुअल बातचीत में कहा, ‘‘वे आईसीसी के पूर्णकालिक सदस्य हैं और टीम अभी प्रतियोगिता (विश्व कप) की तैयारी कर रही है और ग्रुप चरण में खेलेगी। उनकी भागीदारी की प्रक्रिया सामान्य रूप से आगे बढ़ रही है।’’
https://twitter.com/ACBofficials/status/1447132438296158211
https://twitter.com/ACBofficials/status/1447066451643441153
देश में तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान क्रिकेट में बदलाव भी किये गये। पिछले महीने हामिद शिनवारी की जगह नसीब जादरान खान को क्रिकेट बोर्ड का मुख्य कार्यकारी नियुक्त किया गया।
अलारडाइस ने कहा, ‘‘जब अगस्त में अफगानिस्तान में सत्ता परिवर्तन हुआ हम तभी से अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के लगातार संपर्क में हैं। हमारी प्राथमिकता उस देश में सदस्य बोर्ड के जरिये क्रिकेट को बढ़ावा देना है। हम देख रहे हैं कि वहां चीजें कैसे आगे बढ़ती हैं।’’
T20 World Cup: पेसर उमरान मलिक भारत के नेट गेंदबाज के तौर पर टीम से जुड़ेंगे
अफगानिस्तान आईसीसी का पूर्णकालिक सदस्य है। टी20 विश्व कप में उसे ग्रुप दो में रखा गया है जिसमें भारत, पाकिस्तान और न्यूजीलैंड जैसी टीमें भी हैं।