देहरादून: जिस आसानी से अफ़ाग़ानिस्तान ने रविवार को पहले टी-20 मैच में बांग्लादेश को हराया उसे देखकर टेस्ट क्रिकेट खेलने वाली बांग्लादेश का आज दूसरे टी-20 मैच को लेकर चिंतित होना स्वाभाविक है.
पहले मैच में बांग्लादेश के तेंज गेंदबाज़ कोई प्रभाव नही जमा सके. अनुभवी शाकिब अल हसन और मोहमुदुल्लाह ने जैसे तैसे न सिर्फ़ रनों पर अंकुश लगाया बल्कि समय पर विकेट भी निकाले. शाकिब ने ख़ुद और अपने स्पिनरों को अंतिम चार ओवरों से दूर रखा जो शादय उनकी बड़ी ग़लती थी. अंतिम ओवरों की ज़िम्मेदारी अबु जावेद और अबुल हसन को दी गई थी जो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अभी नये हैं. बांग्लादेश को इसका ख़ामियाज़ा हार के साथ भुगतना पड़ा. अफ़ग़ानिस्तान ने अंतिम पांच ओवरों में 71 रन बनाए.
इसके बावजूद बांग्लादेश अभी सब कुछ नहीं बिगड़ा है. उनका टॉप ऑर्डर अनुभवी है जो सिरीज़ में वापसी करवा सकता है लेकिन देखना ये होगा कि क्या वे अफ़ग़ानिस्तान के तुरुप के पत्ते राशिद ख़ान और मुजीब उर रहमान से निपट पाएंगे? अफ़ग़ानिस्तान के लिए भी राह आसान नहीं होगी. रविवार को उन्हें अच्छी शुरुआत मिली थी लेकिन फिर विकेट गवां दिए. वो तो निचले क्रम के बल्लेबाज़ों ने नैया पार लगाई वरना कहानी कुछ और ही होती. देखना ये है कि क्या वे एकजुट होकर खेल पाते हैं? एक बात तो तय है: रविवार के बाद अफ़ग़ानिस्तान 150 से अधिक के स्कोर का बचाव कर सकती है.
शफ़ीक़ुल्लाह ने इस सिरीज़ के पहले अपनी अंतिम पारी में प्रथम श्रेणी के मैच में 89 गेंदों पर 200 रन बनाए थे जिसमें 11 चौके और 22 छक्के शामिल थे. रविवार को उन्होंने 8 गेंदों पर 24 रन ठोके थे. इसमें कोई दो राय नहीं कि शफ़ीक़ुल्लाह ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी करते हैं और उनका भारत के ख़िलाफ़ टेस्ट टीम में चयन न होना हैरानी पैदा करता है.
बहरहाल, अफ़ग़ानिस्तान टेस्ट खेलने वाली टीम के ख़िलाफ़ चौथी बार द्विपक्षीय सिरीज़ जीतने से सिर्फ एक जीत दूर है. इसके पहले अफ़ग़ानिस्तान ने ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ तीन सिरीज़ जीती हैं.