कोरोना वायरस महामारी के कारण क्रिकेट गतिविधियां ठप्प पड़ी है जिससे कई क्रिकेट बोर्ड वित्तीय संकट की मार झेलने को मजबूर हैं। इनमें दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट बोर्ड में से एक क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया भी शामिल हैं। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया अपने 80 प्रतिशत स्टाफ को 30 जून तक महज 20 फीसदी वेतन देने में सक्षम है। बोर्ड लगभग 200 कर्मचारियों के वेतन में 20 प्रतिशत की कटौती कर चुका है। ऐसा माना जा रहा है कि इस कदम से बोर्ड को लगभग 30 लाख डॉलर की बचत होगी।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया द्वारा स्टाफ के वेतन में कटौती के इस फैसले पर ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर संघ (एसीए) के अध्यक्ष ग्रेग डायेर ने सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि इस फैसले से खेल पर बुरा असर देखने को मिलेगा। इस फैसले की आलोचना इसलिये भी ज्यादा हो रही है क्योंकि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के पास करीब 9 करोड़ डॉलर का रिजर्व फंड है।
ग्रेग डायेर ने कहा,‘‘मैं इससे दुखी हूं। मैने जिंदगी भर इस खेल से प्यार किया है और अब महामारी के दौर में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया इस तरह से पैसे बचा रहा है। इसकी तो आर्थिक स्थिति मजबूत होनी चाहिये खासकर दूसरे खेलों की तुलना में जिन पर कोरोना महामारी का सीधा असर पड़ा है।’’ साथ ही उन्होंने कहा, ‘‘मौजूदा मॉडल पूरी तरह से गलत है और यह जारी रहा तो इसके दूरगामी दुष्परिणाम होंगे।’’
गौरतलब है कि कोरोना महामारी के कारण पिछले 2 महीनें से सभी प्रकार की खेल गतिविधियाँ बंद पड़ी हुई है। ऐसे में इस साल अक्टूबर-नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले आईसीसी T20 विश्व कप पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। इस साल के अंत में भारतीय क्रिकेट टीम को ऑस्ट्रेलिया का दौरा भी करना है जहां दोनों टीमों के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जानी हैं, लेकिन कोविड-19 के कारण जिस तरह के हालात हैं, उससे इस सीरीज पर संकट मंडरा रहा है।
(With PTI inputs)