बेंगलुरू। बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेल जा रहे विजय हजारे ट्रॉफी वनडे टूर्नामेंट के फाइनल मैच में कर्नाटक के गेंदबाज अभिमन्यू मिथुन ने हैट्रिक लेकर तमिलनाडु को समेट दिया। इस तरह अभिमन्यु अपने 30वें जन्मदिन पर शानदार प्रदर्शन कर इतिहास रच दिया है। अभिमन्यु ने हैट्रिक समेत पांच विकेट लेते हुए तमिलनाडु को 49.5 ओवरों में 252 रनों पर ढेर कर दिया।
इस तरह हैट्रिक लेते ही अभिमन्यु ने अपने नाम कई रिकॉर्ड कर लिए हैं। वो कर्नाटक के पहले ऐसे गेंदबाज बने जिसने लिस्ट-ए घरेलू टूर्नामेंट में हैट्रिक ली हो। इसी के साथ विजय हजारे ट्रॉफी के फ़ाइनल मुकबले में भी हैट्रिक लेने वाले अभिमन्यु पहले गेंदबाज बने। जबकि रणजी ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी में हैट्रिक लेने वाले अभिमन्यु दूसरे गेंदबाज बने।
मिथुन ने पारी के अंत के 50वें ओवर की तीसरी, चौथी पर पांचवी गेंद पर क्रमशः शाहरुख खान, एम. मोहम्मद, और मुरगन अश्विन का विकेट लेकर कर्नाटक के लिए पहली हैट्रिक पूरी की।
मैच की बात करें तो तमिलनाडु का शीर्ष क्रम पूरी तरह से विफल रहा। सिर्फ सलामी बल्लेबाज अभिनव मुकुंद ही विकेट पर टिक सके। उन्होंने टीम के लिए सबसे ज्यादा 85 रन बनाए। मुकुंद ने 110 गेंदों का सामना किया और नौ चौके मारे।
मुकुंद के साथी मुरली विजय शून्य और हाल ही में टेस्ट मैच खेलकर लौटे रविचंद्रन अश्विन आठ रन बना सके। मुकुंद को बाबा अपराजित का साथ मिला। अपराजित ने 84 गेंदों पर 66 रन बनाए और मुकुंद के साथ तीसरे विकेट के लिए 124 रनों की साझेदारी की। 148 के कुल स्कोर पर प्रतीक जैन ने मुकुंद को पवेलियन भेजा। मुकुंद के बाद आए विजय शंकर ने 38 रन बनाकर टीम को मजबूत स्कोर तक पहुंचाने की कोशिश की, लेकिन 178 के कुल स्कोर पर अपराजित रन आउट हो गए और शंकर अकेले पड़ गए।
तमिलनाडु को अपना छठा खिताब जीतने के लिए अब कर्नाटक के मजबतू बल्लेबाजी क्रम को जल्दी समेटना होगा। मिथुन के अलावा वी. कौशिक ने दो विकेट लिए। प्रियम और कृष्णाप्पा गौतम ने एक-एक विकेट लिया।
( Input with IANS )