भारतीय कप्तान विराट कोहली ने अपनी कप्तानी और लाजवाब बल्लेबाजी से टीम इंडिया को नई बुलंदियों पर पहुंचाया है। कोहली की ही कप्तानी में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर पर टेस्ट सीरीज में 2-1 से मात देकर इतिहास रचा था। वहीं बात उनकी बल्लेबाजी की करें तो कोहली तीनों फॉर्मेट में 50 से अधिक की औसत से रन बना रहे हैं और तीनों फॉर्मेट की आईसीसी रैंकिंग में भी वह टॉप 10 में हैं।
विराट कोहली के इस शानदार प्रदर्शन को देखते हुए ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एरोन फिंच ने उनकी तुलना सचिन तेंदुलकर और रिकी पोंटिंग से कर दी। फिंच ने सोनी टेन के पिट स्टॉप शो पर कहा,‘‘हर खिलाड़ी का एक खराब दौर आता है लेकिन कोहली, स्मिथ, पोंटिंग और तेंदुलकर ऐसे खिलाड़ी हैं जिनका फॉर्म कभी भी लगातार दो श्रृंखलाओं में खराब नहीं रहा।’’
भारत में क्रिकेट को लेकर काफी जुनून है। जब भी टीम इंडिया का मैच होता है तो भारतीय दर्शकों से स्टेडियम खचाखच भरा होता है। फैन्स अपने फेवरेट खिलाड़ी से अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद करते हैं। फिच का मानना है कि विराट कोहली ने जिस अंदाज में भारतीय दबाव में खेला है वो काफी लाजवाब है। इसी के साथ उन्होंने कोहली की कप्तानी के बारे में कहा कि धोनी के जाने के बाद फैन्स की अपेक्षाओं पर खड़े उतरे।
ये भी पढ़ें - 2014 एडिलेड टेस्ट को याद कर बोले विराट कोहली, 'यह हमारे सफर का मील का पत्थर रहेगा'
फिंच ने कहा,‘‘भारत के लिये खेलने का दबाव अलग है और कप्तानी का अलग और जिस तरह से कोहली लंबे समय से दोनों काम कर रहे हैं, वह लाजवाब है। महेंद्र सिंह धोनी से कप्तानी लेने के बाद अपेक्षायें काफी थी और वह लगातार अच्छा प्रदर्शन करता रहा। यह काफी प्रभावशाली है।’’
उन्होंने कहा,‘‘सबसे प्रभावी बात तो तीनों प्रारूपों में उसका लगातार अच्छा खेलना है। वनडे क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज होना और फिर टेस्ट और टी20 में उस कामयाबी को दोहराना , काबिले तारीफ है।’’
आईसीसी ने गेंद को चमकाने के लिये लार के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है और फिंच ने कहा कि खिलाड़ियों को इसकी आदत हो जायेगी। उन्होंने कहा,‘‘मैने इंग्लैंड या वेस्टइंडीज टीमों से बात नहीं की है लेकिन मुझे लगता है कि अगले कुछ महीने में खिलाड़ी इसके आदी हो जायेंगे। गेंद को चमकाने के दूसरे तरीके तलाशे जायेंगे।’’
(With PTI Inputs)