1993 में इंग्लैंड के खिलाफ ऐशेज सीरीज में ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर शेन वॉर्न ने एक ऐसी जदुई गेंद डाली थी जिसे बॉल ऑफ द सेंचुरी घोषित कर दिया गया था। उसके बाद भी कई स्पिनर आए और गए, लेकिन वैसी गेंद कोई ना डाल सका। लेकिन भारत को अब ऐसा नायाब नगीना मिल गया है जिसने एक दो नहीं बल्कि कई बार ऐसी गेंद डाली जिसे हम बॉल ऑफ द सेंचुर कह सकते हैं।
हाल ही में भारतीय पूर्व सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर इस नन्हें बच्चे की वीडियो शेयर की है जिसमें वह अपनी लेग स्पिन की कल का प्रदर्शन करता हुआ नजर आ रहा है। वीडियो में आकाश चोपड़ा कमेंट्री करते हुए दिखाई दे रहे हैं। आकाश चोपड़ा भी इन नन्हें बच्चे की 1.5 गज होती स्पिन गेंदबाजी को देखकर हैरान हैं।
आकाश चोपड़ा की इस वीडियो को काफी पसंद किया जा रहा है। इस वीडियो को अभी तक 18 हजार से अधिक लोग लाइक कर चुके हैं, वहीं कई क्रिकेट फैन्स ने इस नन्हें बच्चे की स्पिन गेंदबाजी देख कमेंट भी किए।
ये भी पढ़ें - विश्व कप 2011 फाइनल के फिक्सिंग मामले पर कुमार संगाकारा ने तोड़ी अपनी चुप्पी, कही यह बात
उल्लेखनीय है, हाल ही में भारतीय पूर्व स्पिनर अनिल कुंबले ने बताया है कि जब करियर के दौरान उनकी तुलना टेस्ट क्रिकेट के दो दिग्गज स्पिनर शेन वॉर्न और मुथैया मुरलीधरन से की जाती थी तो उन्हें कैसा लगता था।
जिम्बाब्वे के क्रिकेटर पोमी एमबंगवा के साथ इंस्टाग्राम लाइव चैट पर कुंबले ने कहा "उनसे तुलना करना तब मुश्किल हो गया जब यह दोनों खिलाड़ी किसी भी सतह पर गेंद को घुमाया करते थे। वॉर्न और मुरली की तुलना मेरे से की जाने लगी तो यह मेरे लिए काफी मुश्किल था।"
कुंबले ने आगे कहा "मुरली को मैंने ज्यादा देखा है क्योंकि भारत और श्रीलंका के मैच बहुत बार खेले जाते थे। मैं जब भी कोई रिकॉर्ड बनाता था तो मुरली मुझे मुबारकबाद जरूर देते थे।"
इसी के साथ कुंबले ने बताया कि जब मुरली 500 विकेट से 30 कदम दूर थे तो उन्होंने पहले ही इसकी शुभकामनाएं उन्हें दे दी थी। लेकिन उस समय मुरली ने कहा था कि अभी नहीं 30 विकेट लेने में बहुत समय लगेगा।