मुंबई: वानखेड़े स्टेडियम में चल रहे पांचवें एकदिवसीय मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका ने आतिशी बल्लेबाजी करते हुए तीन-तीन शतकीय पारियों की बदौलत भारत के सामने जीत के लिए 439 रनों का पहाड़ जैसा लक्ष्य रखा है। दक्षिण अफ्रीकी टीम के लिए अंतर्राष्ट्रीय एकदिवसीय के अपने ही रिकॉर्ड की बराबरी करते हुए तीन बल्लेबाजों ने शतक लगाए। क्विंटन डी कॉक (109), फॉफ डू प्लेसिस (133) और कप्तान अब्राहम डिविलियर्स (119) की नायाब पारियों की बदौलत दक्षिण अफ्रीकी टीम ने 50 ओवरों में चार विकेट पर 438 रनों का विशालकाय स्कोर खड़ा कर लिया।
टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने उतरी मेहमान टीम का पहला विकेट हाशिम अमला (23) के रूप में चौथे विकेट की आखिरी गेंद पर 33 के कुल योग पर गिर गया।
अमला ने मात्र 13 गेंदों की अपनी पारी में पांच चौके लगाए और अंतर्राष्ट्रीय एकदिवसीय के इतिहास में सर्वाधिक तेजी से 6000 रन पूरे करने वाले बल्लेबाज बन गए। उनके बाद इस क्रम में कोहली का नंबर आता है। अमला ने 6000 रन पूरी करने में कोहली से पूरे छह पारियां कम लीं।
लेकिन दक्षिण अफ्रीकी टीम ने जिस अंदाज में बल्लेबाजी शुरू की थी क्विंटन डी कॉक (109) के साथ फॉफ डू प्लेसिस (133) ने उसे और गति ही दी।
डी कॉक और डू प्लेसिस ने 6.74 के औसत से 154 रन बटोरते हुए दक्षिण अफ्रीका को ठोस स्थिति में पहुंचा दिया।
डी कॉक और डू प्लेसिस जब तक क्रीज पर रहे दक्षिण चौके लगाकर तेजी से रन बटोरता रहा। लेकिन डी कॉक के पवेलियन लौटने के बाद प्लेसिस का साथ देने उतरे डिविलियर्स ने तो जैसे रनों को बिजली की तेजी दे दी।
दक्षिण अफ्रीकी टीम अब चौकों की बजाय छक्कों में रन बनाने लगी। डिविलियर्स और प्लेसिस ने मात्र 17.1 ओवरों में 9.55 के औसत से 164 रन जोड़ डाले और दक्षिण अफ्रीकी टीम 41वें ओवर में ही 300 का स्कोर पार कर चुकी थी।
दक्षिण अफ्रीकी टीम ने आखिरी के 12 ओवरों में 169 रन जोड़े।
भारत के लिए मोहित शर्मा सबसे महंगे गेंदबाज साबित हुए, जबकि तीन ओवरों में 19 रन देने वाले रैनी सबसे किफायती रहे। मोहित, रैना, हरभजन सिंह और भुवनेश्वर कुमार को एक-एक विकेट मिला।
पांच मैचों की श्रृंखला का यह आखिरी और निर्णायक मैच है।