भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले गए दूसरे वनडे मैच में टीम इंडिया का बोलबाला देखने को मिला। भारतीय टीम ने हर क्षेत्र में दक्षिण अफ्रीका को पछाड़ते हुए मुकाबले को अपने नाम कर लिया। इस मैच में टीम इंडिया ही छाई रही और भारत ने उनके घर में घुसकर ही उनका शिकार कर लिया। भले ही ये मैच एकतरफा रहा लेकिन मैच में काफी कुछ ऐसा घटा जिसने फैंस के साथ-साथ हर किसी का ध्यान अपनी तरफ खींचा। आइए आपको बताते हैं मैच की 5 बड़ी बातें।
चहल का रिकॉर्डतोड़ प्रदर्शन: भारत के युवा सनसनीखेज स्पिनर युजवेंद्र चहल ने दूसरे वनडे में शानदार प्रदर्शन किया। चहल दक्षिण अफ्रीका में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 5 विकेट लेने वाले दुनिया के पहले स्पिनर बने। इसके अलावा चहल के (5/22) के आंकड़े दक्षिण अफ्रीका में किसी भी स्पिनर का दूसरे सबसे शानदार प्रदर्शन है। पहले नंबर पर निकी बोज हैं। बोज के आंकड़े (5/21) थे।
दक्षिण अफ्रीका ने बनाया सबसे खराब रिकॉर्ड: दूसरे वनडे में दक्षिण अफ्रीका के नाम सबसे खराब रिकॉर्ड दर्ज हो गया। दरअसल, दक्षिण अफ्रीका की टीम सिर्फ 118 रनों पर सिमट गई और मेजबान टीम के नाम अपने घर पर सबसे कम रनों पर सिमटने का अनचाहा रिकॉर्ड दर्ज हो गया। इससे पहले टीम 2009 में इंग्लैंड के खिलाफ अपने घर पर 119 रनों पर ऑल आउट हुई थी।
16 साल में पहली बार हुआ ऐसा: दूसरे वनडे में मेजबान टीम के 8 बल्लेबाज स्पिन गेंदबाजों का शिकार हुए। इसके साथ ही 16 साल में ये पहली बार है जब दक्षिण अफ्रीका के 6 से ज्यादा बल्लेबाज अपने घर पर स्पिन गेंदबाजों की गेंदों पर आउट हुए। दूसरे वनडे में चहल ने 5 और कुलदीप यादव ने 3 विकेट हासिल किए थे।
रोहित शर्मा विवाद: दूसरे वनडे मैच में तब विवाद खड़ा हो गया जब मैदानी अंपायर ने रोहित शर्मा को आउट करा दिया। लेकिन रोहित के रिव्यू लेने के बाद थर्ड अंपायर ने बिना ज्यादा जांच-पड़ताल किए रोहित को नॉट आउट दे दिया। इस दौरान जब थर्ड अंपायर ने फैसला सुनाया तो भी मैदानी अंपायर ने पहले आउट के लिए उंगली उठाई, हालांकि बाद में उन्होंने रोहित को नॉट आउट करार दिया।
2 मिनट के लिए 40 मिनट का इंतजार: दूसरे वनडे मैच में एक बेहद ही अटपटा फैसला लिया गया जिसके बाद फैसले पर कई लोगों ने सवाल खड़े किए। आमतौर पर किसी भी टीम की पहली पारी सिमटने के बाद ब्रेक लिया जाता है। लेकिन दक्षिण अफ्रीका की पारी सिमटने के बाद तुरंत टीम इंडिया के बल्लेबाज बल्लेबाजी के लिए आ गए।
इस बीच जो ब्रेक पहले नहीं मिला था वो लेने की बात सामने आने लगी। लेकिन टीम इंडिया जब जीत से 26 रन दूर थी तो अंपायरों ने लंच को 4 ओवर के लिए टाल दिया। 4 ओवर के बाद भारत सिर्फ 24 रन ही बना सका और 2 रन से दूर रह गया।
लेकिन इसके बावजूद अधिकारियों ने मैच रोकने का फैसला किया और लंच का निर्णय ले लिया गया। लेकिन लंच 40 मिनट का था और रन चाहिए थे सिर्फ 2 और इसलिए फैसले पर सवाल खड़े होने लगे और हर कोई इस फैसले को गलत बताने लगा।