दुनिया की सबसे चर्चित लीग आईपीएल का अगला संस्करण शुरु होने में अभी काफी समय है, लेकिन टीमें अभी से इसकी तैयारी में जुट गई है। कोई टीम अपने मैनेजिंग स्टाफ को बदल रही है तो कोई अपने खिलाड़ियों में बदलाव करने की सोच रही है। ऐसे में अब क्रिकेट के गलियारों में खबरें हैं कि पंजाब की टीम आर. अश्विन को टीम से बाहर करने का विचार कर रही है और दिल्ली कैपिटल्स की टीम ने उन्हें खरीदने में भी रूची दिखाई है।
दिल्ली कैप्टिल्स के एक अधिकारी ने इस चीज की पुष्टि करते हुए कहा "हां, प्रक्रिया जारी है और हम करार पर पहुंचने से पहले किंग्स इलेवन पंजाब के निदेशक हस्ताक्षर का इंतजार कर रहे हैं। टीम प्रबंधन का मानना है कि जिस तरह की विकेटों पर हमने घर में खेला था उसे देखते हुए वह एक अहम भूमिका निभा सकते हैं।"
आइए जानते हैं अगर अश्विन को दिल्ली की टीम खरीदती है तो उन्हें इससे क्या-क्या फायदे हो सकते हैं।
-मुख्य ऑफ स्पिनर
आर. अश्विन के टीम में शामिल होने से दिल्ली कैप्टिल्स की टीम को एक मुख्य ऑफ स्पिनर मिल जाएगा। दिल्ली की टीम में अभी दो लेग स्पिनर अमित मिश्रा और संदीप लामिछाने के साथ बाएं हाथ के ऑफ स्पिनर अक्षर पटेल हैं। अगर दिल्ली की टीम अश्विन को खरीदने में सफल रहती है तो मुख्य ऑफ स्पिनर मिल जाएगा।
-दिल्ली की पिच के लिए अनुकूल है अश्विन
दिल्ली के फिरोज शाह कोटला मैदान की पिच काफी धीमी है इस पिच को हम डेड विकेट भी कह सकते हैं। यहां पर अश्विन जैसे स्पिनर्स को खेलने के लिए बल्लेबाजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। दिल्ली की टीम अपने आधे मैच अपने घर पर ही खेलेगी ऐसे में अश्विन उनके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकते हैं।
-वेरिएशन के साथ-साथ काफी किफायती भी है अश्विन
पिछले काफी सालों से अश्विन ने अपनी गेंदबाजी पर काम किया है। अब उनकी कमान में ऑफ स्पिन के अलावा भी काफी सारे तीर है जो वो समय के साथ इस्तेमाल करते हैं। उनके यही वेरिएशन उन्हें किफायती भी बनाते हैं। पिछले साल अश्विन ने किंग्स इलेवन के लिए खेलते हुए 14 मैचों में 7.27 की इकॉन्मी से 15 विकेट चटकाए थे।
- बल्लेबाजी में गहराई
अपनी धार-धार गेंदबाजी के साथ-साथ अश्विन दिल्ली की बल्लेबाजी की गहराई को भी बढ़ा सकते हैं। दिल्ली के लिए मिडल ऑडर में मॉरिस और इंग्राम के अलावा कोई और नाम नहीं दिखता है और पिछले सीजन में कई बार देखने को मिला था कि दिल्ली की टीम एक विकेट गिरने के बाद अचानक ताश के पत्तों की तरह ढह जाती थी। ऐसे में अश्विन नीचले क्रम आकर टीम को संभाल सकते हैं। वैसे ये कम ही लोग जानते हैं जब अश्विन ने अपना करियर शुरु किया था तो वो एक सलामी बल्लेबाज थे। इस वजह से अश्विन की टेकनीक इतनी अच्छी है।
-कप्तानी का अनुभव
पिछले दो सीजन में अश्विन ने जिस तरह से पंजाब की कप्तानी की है वो काबलिय तारीफ है। वह अपना यह अनुभव दिल्ली के युवा कप्तान श्रेयस अय्यर के साथ साझा कर टीम को और मजबूती के साथ आईपीएल का पहला खिताब जिताने में मदद कर सकते हैं।