अहमदाबाद। ऋषभ पंत के आकर्षक शतक और वाशिंगटन सुंदर के साथ उनकी शतकीय साझेदारी से भारत ने शुरू में जूझने के बाद तीसरे सत्र में शानदार वापसी करके शुक्रवार को यहां चौथे और अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच में अपना पलड़ा भारी कर दिया। पंत ने 101 रन बनाये और सुंदर (नाबाद 60) के साथ सातवें विकेट के लिये 113 रन की साझेदारी की जिससे भारत ने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक सात विकेट पर 294 रन बनाये। इन दोनों की इस भागीदारी से पहले भारत एक समय इंग्लैंड के पहली पारी के 205 रन के स्कोर तक पहुंचने के लिये भी संघर्ष कर रहा था लेकिन अब वह मोटेरा के नरेंद्र मोदी स्टेडियम की स्पिनरों की मददगार पिच पर 89 रन की बढ़त लेकर मजबूत स्थिति में पहुंच गया है।
पंत और सुंदर ने यह साझेदारी तब निभायी जबकि भारत के अपने चोटी के तीन बल्लेबाजों चेतेश्वर पुजारा (17), कप्तान विराट कोहली (शून्य) और अजिंक्य रहाणे (27) के विकेट सुबह के सत्र में गंवा दिये थे जबकि रोहित शर्मा (49) अर्धशतक से चूक गये थे। पहले दो सत्र इंग्लैंड के नाम रहे लेकिन पंत और सुंदर ने तीसरा सत्र ही नहीं दूसरा दिन भी भारत के नाम कर दिया।
तीसरे सत्र में भारत ने 141 रन जोड़े और केवल एक विकेट गंवाया। पंत ने अपनी पारी में 118 गेंदों का सामना किया तथा 13 चौके और दो छक्के लगाये। उन्होंने शुरू में सतर्कता बरती और इस बीच जो रूट पर लगाया उनका छक्का उनकी बल्लेबाजी शैली के अनुरूप रहा। पंत ने पहले 50 रन 82 गेंदों में पूरे किये थे लेकिन इसके बाद शतक तक पहुंचने के लिये उन्होंने केवल 33 गेंदें खेली।
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इंग्लैंड ने 80 ओवर पूरे होते ही नयी गेंद ली और लग रहा था कि पंत को इसी का इंतजार था। उन्होंने जेम्स एंडरसन पर लगातार दो चौके जड़कर इसका जश्न मनाया। इसी गेंदबाज के अगले ओवर में रिवर्स स्वीप से लगाये गये चौके से उन्होंने दिखाया कि वह जोखिम लेने से घबराते नहीं हैं। यह युवा विकेटकीपर बल्लेबाज दर्शनीय अंदाज में अपने तीसरे टेस्ट शतक तक पहुंचा।
उन्होंने रूट पर छक्का लगाकर यह उपलब्धि हासिल की, लेकिन इसके तुरंत बाद एंडरसन की गेंद पर मिडविकेट पर कैच दे बैठे। सुंदर ने शुरू से उनका पूरा साथ दिया। नयी गेंद आने के बाद उन्होंने भी बेन स्टोक्स पर दो चौके जड़कर जश्न में अपनी भागीदारी की और फिर जल्द ही अपना तीसरा टेस्ट अर्धशतक पूरा किया। इसके बाद उन्होंने अपना विकेट बचाये रखा और वह शनिवार को अक्षर पटेल (नाबाद 11) के साथ मिलकर भारत को अधिक से अधिक रन की बढ़त दिलाने की कोशिश करेंगे।
भारत ने सुबह बिना किसी नुकसान के 24 रन से आगे खेलना शुरू किया तथा पहले सत्र में 56 रन जोड़े और तीन विकेट गंवाये। दूसरे सत्र में रोहित और रविचंद्रन अश्विन पवेलियन लौटे लेकिन इस बीच भारत के खाते में 73 रन जुड़े। अपने करारे शॉट्स के कारण ‘हिटमैन’ नाम पाने वाले रोहित ने बेहद सतर्क रवैया अपनाया और 144 गेंदों का सामना करके सात चौके लगाये। उन्होंने कुछ अवसरों पर ही अपने तेवर दिखाये। स्टोक्स की स्विंग लेती गेंद उन्हें हैरान करके पैड पर टकरायी और डीआरएस में साफ हो गया कि गेंद विकेट पर लग रही थी। अश्विन ने जैक लीच की गेंद पर शार्ट मिडविकेट पर खड़े ओली पोप को कैच का अभ्यास कराया।
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इंग्लैंड के दोनों तेज गेंदबाजों एंडरसन (40 रन देकर तीन) और बेन स्टोक्स (73 रन देकर दो) पिच से मदद न मिलने के बावजूद पहले दो सत्र में प्रभावित किया। स्पिनर जैक लीच ने 66 रन देकर दो विकेट लिये हैं। सुबह के पहले घंटे में रोहित और पुजारा ने सतर्क रवैया अपनाया। इन दोनों ने दूसरे विकेट के लिये 24 ओवरों में 40 रन की साझेदारी की। इस बीच इन दोनों ने गेंदबाजों को थकाने की रणनीति अपनायी और खराब गेंदों पर ही कुछ शॉट खेले।
पुजारा ने पर्याप्त समय क्रीज पर बिताया लेकिन जैक लीच (36 रन देकर एक) ने उन्हें अपना प्रिय शिकार बना दिया है। लीच की सीधी गेंद को उन्होंने आगे बढ़कर खेलने चाहा लेकिन बल्ला उनके पैड के पीछे रह गया और नितिन मेनन ने एक और अच्छा फैसला दिया। दर्शकों को करारा झटका तब लगा जब भारतीय कप्तान ने स्टोक्स की अतिरिक्त उछाल लेती गेंद पर विकेटकीपर बेन फॉक्स को कैच थमाया। कोहली श्रृंखला में दूसरी बार खाता खोलने में नाकाम रहे। रहाणे ने आते ही कुछ आकर्षक चौके लगाये लेकिन लंच से ठीक पहले एंडरसन की स्विंग लेती खूबसूरत गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर स्लिप में बेन स्टोक्स के सुरक्षित हाथों में चली गयी।