नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चेन्नई वनडे में भारतीय टॉप ऑर्डर ने कंगारू गेंदबाजों के सामने पूरी तरह से घटुने टेक दिए। वो तो भला हो एस एस धोनी और हार्दिक पांड्या का जिनके बीच छठे विकेट के लिए हुई 118 रन की साझेदारी ने टीम इंडिया की लाज बचा ली। लेकिन इससे पहले चेन्नई के विकेट को देखते हुए विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था तो ऐसा लगा कि टीम इंडिया कम से कम 300 से पार का स्कोर तो जरूर बनाएगी लेकिन भारत ने 50 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर 281 रन बनाए और ऑस्ट्रेलिया को 282 रन का लक्ष्य दिया। हम आपको बताते हैं पिछले कुछ समय से शानदार फॉर्म में चल रहे भारतीय टीम के टॉप ऑर्डर बल्लेबाजों से आखिर इस मैच में ऐसी क्या गलतियां हुई जिसकी वजह से टीम इंडिया 300 के आंकड़े को भी नहीं छू पाई।
1- टीम इंडिया की खराब बल्लेबाजी के सबसे बड़े विलेन हैं अजिंक्य रहाणे। शिखर धवन की जगह रहाणे रोहित शर्मा के साथ ओपनिंग करने उतरे थे। रहाणे के पास ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खुद को साबित करने का बेहतरीन मौका था, लेकिन वो कसौटी पर खरे नहीं उतर पाए। रहाणे ने कूल्टर नाइल की गेंद पर ऑफ स्टम्प से काफी बाहर जा रही गेंद पर जबरदस्ती शॉट खेलने की कोशिश की और अपने खराब शॉट के चलते उन्होंने ना सिर्फ अपना विकेट गंवाया बल्कि टीम इंडिया की खराब शुरुआत भी करवा दी।
2- टीम इंडिया अपना पहला विकेट जल्दी गंवा चुकी थी। इसके बाद मैदान पर उतरे कप्तान कोहली के कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी थी कि वो टीम को खराब शुरुआत से उबारें लेकिन उन्होंने ने भी निराश ही किया। कूल्टर नाइल की ऑफ स्टम्प पर जाती गेंद पर कोहली ने प्वाइंट के ऊपर से शॉट खेलना चाहा लेकिन मैक्सवेल के हाथों कैच थमा बैठे और खाता भी नहीं खोल पाए। विराट कोहली अबतक अपने वनडे करियर में 27 बार डक पर आउट हुए हैं। जिनमें से दो बार कूल्टर नाइल ने उन्हें खाता नहीं खोलने दिया। कप्तान कोहली कोहली के साथ-साथ टीम इंडिया की खराब बल्लेबाजी के जिम्मेदार युवा मनीष पांडे भी हैं। वैसे तो मनीष नंबर 4 पर खुद को साबित कर चुके हैं। लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जब टीम इंडिया जल्दी-जल्दी अपने दो विकेट गंवा चुकी थी तब पांडे ने भी ऑफ स्टम्प पर जाती गेंद पर शॉट खेलने की कोशिश की, बल्ले का बाहरी किनारा लगा और वो भी बिना खाता खोले पवेलियन की ओर चलते बने। लगातार दो विकेट गिर जाने के बाद टीम इंडिया पूरी तरह से बैकफुट पर आ गई थी।
3-तीसरा कारण ये है कि जब रोहित शर्मा और केदार जाधव बल्लेबाजी कर रहे थे। ऐसा लग रहा था कि टीम इंडिया शुरुआती झटकों से उबर चुकी है। दोनों ने मिलकर टीम के स्कोर को 50 रन के पार पहुंचाया तब जरूरत थी कि ये साझेदारी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाए लेकिन रोहित स्टोइनिस की छोटी गेंद को ठीक से टाइम नहीं कर पाए और पुल करने की कोशिश में कूल्टर नाइल को कैच दे बैठे। जाहिर है टीम इंडिया ने भी रोहित के खराब शॉट का खामियाजा भुगता क्योंकि वो सेटल हो चुके थे और उन्हें विकेट का पूरा अंदाजा हो गया था। रोहित ने 44 गेंदों में 28 रन बनाए।