कर ली गई थी नौकरी से निकालने की तैयारी, कह दिया गया था 'खत्म', दर्द भरा रहा है मनजीत सिंह का गोल्ड तक का सफर
अन्य खेल | 29 Aug 2018, 1:02 PMभारत को गोल्ड मेडल दिलाने वाले मनजीत सिंह का सफर बेहद मुश्किल रहा है।
भारत को गोल्ड मेडल दिलाने वाले मनजीत सिंह का सफर बेहद मुश्किल रहा है।
नाओचा और चिंग की जोड़ी को इस स्पर्धा की अंतिम सूची में 11वां स्थान हासिल हुआ।
शरथ और मनिका की जोड़ी ने अंतिम-32 दौर में मलेशिया की जावेन चूंग और कारेन लेन की जोड़ी को मात दी।
भारतीय जोड़ी ने अंतिम-32 दौर के मुकाबले में इंडोनेशिया की डोनी आजी और लिलिस इंद्रियानी की जोड़ी को मात दी।
सेल्वाराज एल्बर्ट, अरामबम चिन सिंह, लाइतोनजाम सिंह और बारोई पुरोहित की भारतीय टीम ने हीट-1 में पांचवां स्थान हासिल किया।
भारत ने अपना विरोध अपीली ज्यूरी के पास दर्ज कराया है जो स्थानीय समयानुसार कल दस बजे अपना फैसला सुनाएगी।
कोई भी मंजीत को स्वर्ण पदक का दावेदार नहीं मान रहा था लेकिन उन्होंने कहा कि वह खुद को साबित करने के लिये प्रतिबद्ध थे।
टीम को 20 दिन के अभ्यास शिविर के लिये उज्बेकिस्तान जाना था और इसके लिये उनके गांव वालों ने मदद की।
भारत के मोहम्मद अनस, पूवाना राजू माचेत्रा, हिमा दास और राजीव अरोकिया की टीम ने तीन मिनट 15.71 सेकेंड का समय निकालते हुए रजत पदक पर कब्जा जमाया।
यह भारत का दिन का पहला और कुल नौवां स्वर्ण पदक है। मनजीत ने 1 मिनट 46.15 सेकेंड का समय निकाला तो वहीं जॉनसन एक मिनट 46.35 सेकेंड का समय निकाला।
भारत ने इस जीत के साथ सेमीफाइनल में जाने की संभावनाएं प्रबल कर ली हैं।
दुती ने सेमीफाइनल के हीट-1 में 23.00 सेकेंड का समय निकालते हुए पहला स्थान हासिल किया।
18वें एशियाई खेलों के 10वें दिन मंगलवार को भारत की पदकों की उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है।
उन्होंने कहा,‘‘उम्मीद करता हूं कि मुझे कालेज की पढ़ाई पूरी करने में इतना समय नहीं लगेगा। मेरे पास नौकरी भी नहीं है इसलिए मेरे लिए शिक्षा महत्वपूर्ण है।’’
ये अपील मैच फिक्सर को पकड़ने के लिए उसकी एंटी करप्शन यूनिट (एसीयू) की जांच का ही हिस्सा है।
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