बैंक की सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) सितंबर 2024 के अंत तक घटकर सकल कर्ज का 1.6 प्रतिशत रह गई, जबकि एक साल पहले यह दो प्रतिशत थी। इसी प्रकार, शुद्ध एनपीए घटकर 0.42 प्रतिशत रह गया, जो पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के अंत में 0.43 प्रतिशत था।
यस बैंक एसेट्स के मामले में भारत का छठा सबसे बड़ा बैंक है। बैंक की मौजूदा मार्केट वैल्यू 68,586.98 करोड़ रुपये है। शुक्रवार को बीएसई पर यस बैंक का शेयर 0.05 फीसदी या 0.01 रुपये की गिरावट के साथ 21.87 रुपये पर ट्रेड करता दिखाई दिया।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) इस बात से संतुष्ट नहीं है कि एक विदेशी संस्था के पास येस बैंक जैसी बड़ी वित्तीय संस्था में 51 प्रतिशत हिस्सेदारी हो। जापान की एसएमबीसी और अमीरात एनबीडी के रूप में दो खरीदार येस बैंक में हिस्सेदारी खरीदने के लिए मैदान में हैं।
एवरेज मिनिमम बैलेंस (AMB) वह न्यूनतम राशि है जिसे आपको अपने बचत खाते में बनाए रखना होता है, ताकि गैर-रखरखाव शुल्क से बचा जा सके।
बैंक की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही यानी Q1FY25 में ब्याज से ₹7,719.15 करोड़ की कमाई हुई जो जो Q1FY24 में ₹6,443.22 करोड़ से 19 प्रतिशत अधिक है।
जानकारों का कहना है कि बैंक डिजिटल बैंकिंग का इस्तेमाल बढ़ाकर अपना ऑपरेशनल कॉस्ट कम करने की कवायद कर रहा है। आपको बता दें कि बैंक के ऑपरेशनल कॉस्ट में पिछले वित्त वर्ष में लगभग 17% की वृद्धि हुई थी।
बैंकों ने अपने क्रेडिट कार्ड से जुड़ शुल्क, प्रभार और नियमों में संशोधन कर दिया है। ऐसे में अगर आपके पास भी इन बैंकों के क्रेडिट कार्ड हैं तो आपको आगे से अलर्ट हो जाना चाहिए, अन्यथा ज्यादा भुगतान करना पड़ सकता है।
ऑनलाइन फूड डिलिवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो को दिल्ली के बिक्री कर अधिकारी ने दो करोड़ रुपये से ज्यादा का वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी), दो करोड़ से ज्यादा का ब्याज और जुर्माना भरने का नया आदेश दिया है।
आज से मई का महीना (May 2024) शुरू हो गया है। हर महीने की पहली तारीख से कई बदलाव होते हैं। आइए ऐसे ही 5 बड़े बदलावों के बारे में जानते हैं।
अगर कोई यस बैंक क्रेडिट कार्ड यूजर 15,000 रुपये से अधिक का भुगतान करता है, तो उनसे 1 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क और उस पर 18 प्रतिशत जीएसटी लिया जाएगा। आईडीएफसी फर्स्ट बैंक क्रेडिट कार्ड पर भी यही नियम लागू है, लेकिन मुफ्त उपयोग की सीमा 15,000 रुपये के बजाय 20,000 रुपये है।
परिचालन के मोर्चे पर, बैंक की परिचालन लागत बढ़कर ₹2,819 करोड़ हो गई, जो साल-दर-साल 27.0 प्रतिशत की वृद्धि है। Q4 के लिए परिचालन खर्च साल-दर-साल 15.5 प्रतिशत की दर से बढ़ा है। तिमाही के लिए परिचालन लाभ ₹902 करोड़ था, जो साल-दर-साल 1.5 प्रतिशत और तिमाही-दर-तिमाही 4.4 प्रतिशत अधिक था।
बैंक की वेबसाइट के अनुसार, आप तैयार प्रॉपर्टी की खरीद, अंडर कंस्ट्रक्शन, रीसेल, प्लॉट पर घर निर्माण, मरम्मत, नवीनीकरण आदि के लिए ले सकते हैं।
Yes Bank Share: यस बैंक के शेयर में आज तेजी का ट्रेंड देखा जा रहा है। कंपनी के शेयर में तेजी की वजह एचडीएफसी बैंक ग्रुप को बैंक में 9.5 प्रतिशत तक की हिस्सेदारी खरीदने की अनुमति देना है।
बैंक का शुद्ध लाभ जुलाई-सितंबर, 2023 तिमाही में 225 करोड़ रुपये रहा था। बैंक ने बयान में कहा कि आलोच्य तिमाही में कर्ज में 11.8 प्रतिशत वृद्धि होने और शुद्ध ब्याज मार्जिन के 0.10 प्रतिशत घटकर 2.4 प्रतिशत होने से उसकी शुद्ध ब्याज आय 2.3 प्रतिशत बढ़कर 1,971 करोड़ रुपये हो गई।
यस बैंक के शेयर में लगातार उछाल देखने को मिल रहा है। सोमवार को शुरुआती कारोबार में यह शेयर 23 रुपये के 52 वीक हाई लेवल पर पहुंच गया। इस शेयर ने 21 रुपये के लेवल पर फ्रेश ब्रेकआउट दिया है। शॉर्ट टर्म में इस शेयर में तेजी के संकेत हैं।
Yes Bank की ओर से एफडी की ब्याज दरों बढ़ा दिया गया है। अब निवेशकों को एक वर्ष की एफडी पर 7.25 प्रतिशत का ब्याज मिल रहा है।
Yes Bank की ओर से फडी की प्रीमैच्योर निकासी पर पेनल्टी को बढ़ाकर 1 प्रतिशत तक कर दिया गया है। हालांकि वरिष्ठ नागरिकों को इससे छूट दी गई है।
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने ग्राहकों के लिए बड़ा ऐलान किया है। अब स्टेट बैंक के ग्राहकों को डिजिटल तौर पर पेमेंट करने में आसानी होगी।
मार्केट एक्सपर्ट रजनीश खोसला ने इंडिया टीवी को बताया कि यस बैंक का फंडामेंटल सुधर रहा है। साथ ही पिछले दो साल से चला आ रहा सुभाष चंद्रा और जेसी फ्लावर के बीच कर्ज पुनर्भुगतान का विवाद खत्म हो गया है।
बढ़ती महंगाई के बीच ऐसे कई बैंक हैं जो सीनियर सिटीजंस को 5 साल की एफडी स्कीम पर तगड़ा ब्याज दे रहे हैं। आइए ऐसे 5 बैंको के बारे में जानते हैं।
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