विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने आसियान शिखर सम्मेलन में चीन के समकक्ष वांग यी के साथ द्विपक्षीय वार्ता की है। इस दौरान भारत-चीन संबंधों में स्थिरता लाने के लिए सीमा विवाद सुलझाने, पूर्व समझौतों का सम्मान करने और डिसइंगेजमेंट को लेकर सहमति बनाई गई।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और चीनी विदेश मंत्री वांग यी के बीच अहम मुलाकात हुई है। दोनों नेताओं की मुलाकात कजाखिस्तान की राजधानी अस्ताना में हुई है। दोनों नेताओं के बीच बातचीत सीमा विवाद पर केंद्रित रही।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना में SCO समिट के दौरान अपने चीनी समकक्ष वांग यी से मुलाकात की है। जयशंकर ने इससे पहले UN चीफ से भी मुलाकात की थी।
म्यूनिख सम्मेलन में भारत और चीन के विदेश मंत्री के बीच बेहद संक्षिप्त मुलाकात और बातचीत हुई। यह बातचीत तब हुई जब चीनी विदेश मंत्री वांग यी मंच से लौट रहे थे और एसजयशंकर रास्ते में मंच पर मिल गए। इसके बाद दोनों मंत्रियों ने आपस में बेहद संक्षिप्त वार्तालाप किया।
चीन के विदेश मंत्री का पद संभालने के बाद अपनी पहली टिप्पणी के रूप में चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने दृढ़ता से अपनी राष्ट्रीय संप्रभुता, सुरक्षा और विकास हितों की रक्षा करने की बात की।
भारत के एनएसए अजीत डोभाल जिस वांग यी को ब्रिक्स बैठक से इतर सीमा पर चीन की हरकतों पर दो टूक सुनाई थी, उन्हीं वांग यी को विदेश मंत्री बनाने का फरमान जारी हो गया।
चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा है कि भारत और चीन ने सैन्य और राजनयिक माध्यम से आपस में संवाद बनाए रखा है।
India China Galwan Clash: लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इस तरह की झड़प 40 साल के बाद हुई थी।
China-Bangladesh News: शरणार्थियों को उन्हें वापस भेजने के प्रयासों के बावजूद, शरणार्थियों ने म्यांमा में खतरे के डर से जाने से इनकार कर दिया था, जो पिछले साल सेना के सत्ता में काबिज होने के बाद से बढ़ गया है।
China News: ताइवान के मुद्दे पर अमेरिका से भिड़ने वाला चीन इन दिनों बांग्लादेश की एक घुड़की की वजह से पूरी दुनिया के सामने शर्मिंदा हो गया है। यहां तक की बांग्लादेश की शेख हसीना सरकार ने चीनी विदेश मंत्री वांग यी को अपनी यात्रा की तारीख तक बदलने पर मजबूर कर दिया है।
Wang Yi Bangladesh Visit: बांग्लादेश ने चीन को झटका देते हुए वांग यी को अपने दौरे की तारीखों में बदलाव करने को कहा है।
America-China Meet: अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने वाशिंगटन और बीजिंग के बीच हाल में बढ़ी कड़वाहट को खत्म करने के लिए शनिवार को चीन के विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की।
जयशंकर ने वांग यी को पूर्वी लद्दाख में LAC पर सभी अटके हुए मुद्दों को जल्द से जल्द हल करने की जरूरत के बारे में बताया।
India China: विदेश मंत्री जयशंकर ने इस बात पर जोर दिया कि भारत और चीन के संबंध परस्पर सम्मान, परस्पर संवेदनशीलता और परस्पर हितों से जुड़ी बातों का पालन करने पर बेहतर ढंग से आगे बढ़ सकते हैं।
अंदरखाने चीन भले ही भारत के खिलाफ कोई भी खिचड़ी पका रहा हो, लेकिन बीते कुछ महीनों में भारत के लिए उसका रुख थोड़ा बदला-बदला दिख रहा है।
चीन में भारत के राजदूत प्रदीप कुमार रावत के साथ बुधवार को अपनी पहली बैठक में वांग ने जयशंकर के बयान की जमकर तारीफ की।
वांग यी ने 21-27 मार्च तक अपने दक्षिण एशिया दौरे के दौरान पाकिस्तान, अफगानिस्तान और नेपाल का भी दौरा किया था।
जयशंकर ने कहा कि पूर्वी लद्दाख को लेकर भारत और चीन के बीच वर्तमान स्थिति के संबंध में ‘कार्य प्रगति पर है’ हालांकि इसकी गति वांछित स्तर की तुलना में धीमी है।
वांग के साथ अपनी बातचीत के बारे में मीडिया ब्रीफिंग में जयशंकर ने कहा कि यह मुद्दा बातचीत के दौरान उठा।
भारत की प्रतिक्रिया के बाद चीन के विदेश मंत्री का दौरा खटाई में पड़ता नज़र आ रहा है। आज यानी गुरुवार को वांग यी को भारत आना था, लेकिन वह काबुल पहुंच गए हैं। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि उनका भारत दौरा रद्द हो सकता है।
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