TRAI ने देश के करोड़ों मोबाइल यूजर्स को बड़ी राहत दी है। अब उन्हें OTP मिलने में दिक्कत नहीं आएगी। हालांकि, दूरसंचार नियामक ने Airtel, Jio, BSNL और Vodafone Idea के लिए नई शर्त भी रखी है।
सरकारी टेलीकॉम कंपनी बीएसएनएल के साथ नए ग्राहकों के जुड़ने का सिलसिला लगातार जारी है। जुलाई के महीने में बीएसएनएल अपने साथ करीब 30 लाख नए ग्राहक जोड़े थे। अब ट्राई ने अगस्त की रिपोर्ट भी जारी कर दी है। ट्राई के मुताबिक अगस्त के महीने में जियो ने 40 लाख ग्राहक खोए हैं।
देश के 120 करोड़ से ज्यादा मोबाइल यूजर्स को 1 नबंबर से OTP मिलने में दिक्कत आ सकती है। Airtel, Jio, BSNL, Vi ने चिंता जताई है कि दूरसंचार नियामक TRAI के नए मैसेज ट्रेसेबिलिटी वाले नियम की वजह से यूजर्स को दिक्कत आने वाली है।
Jio, Airtel, Vi या फिर BSNL आप किसी भी टेलीकॉम ऑपरेटर्स की सर्विस को इस्तेमाल करते हों आज की खबर आपके काम की है। TRAI की तरफ से जारी किए गए नए टेलीकॉम रूल्स 1 नवंबर से लागू होने जा रहे हैं। ट्राई ने पहले ही निर्देश दिए थे जल्द से जल्द मैसेज ट्रेसबिलिटी को लागू किया जाए।
Jio के 5G यूजर्स की संख्यां तेजी से बढ़ी है। मोबाइल रिचार्ज महंगा होने की वजह से यूजरबेस में जरूर कमी आई है, लेकिन कंपनी के मुनाफे पर इसका असर नहीं पड़ा है।
स्पेक्ट्रम मूल्य और आवंटन पद्धति पर होने वाला फैसला पूरे भारत में इलॉन मस्क के स्वामित्व वाली स्टारलिंक, भारती ग्रुप-समर्थित वनवेब और जियो सैटेलाइट कम्युनिकेशंस जैसी कंपनियों से सैटेलाइट-बेस्ड ब्रॉडबैंड सर्विसेज के रास्ते खोलेगा।
TRAI ने देश के करोड़ों मोबाइल यूजर्स के लिए नई वॉर्निंग जारी की है। लोगों के पास नंबर बंद करने वाले मैसेज और कॉल्स आ रहे हैं। ट्राई ने लोगों को ऐसे कॉल और मैसेज को तुरंत रिपोर्ट करने के लिए कहा है।
TRAI ने एक बार फिर से फर्जी कॉल और मैसेज पर लगाम लगाने के लिए कड़ा कदम उठाया है। नियामक ने पिछले 45 दिन में 18 लाख मोबाइल नंबर और 680 एंटिटीज को ब्लैकलिस्ट कर दिया है।
TRAI के नए नियम आज से लागू हो गए हैं। दूरसंचार नियामक ने लाखों यूजर्स को राहत देते हुए बैंकों के लिए नियमों को आसान बना दिया है, ताकि वो मैसेज को आसानी से व्हाइटलिस्ट कर सके।
TRAI ने हाल ही में मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी के लिए नई गाइडलाइंस जारी की थी। अगर, आप भी अपना टेलीकॉम ऑपरेटर बदलना चाहते हैं तो इन 5 बातों का ध्यान रखें।
करोड़ों मोबाइल यूजर्स के लिए राहत की खबर है। दूरसंचार नियमाक यानी TRAI ने आज से नया नियम लागू कर दिया है। नए नियम के लागू होने के बाद यूजर्स को फर्जी कॉल्स और मैसेज से राहत मिलेगी। साथ ही, वो ऑपरेटर्स की सर्विस क्वालिटी को भी चेक कर सकेंगे।
1 अक्टूबर से ऑनलाइन पेमेंट करने में लाखों यूजर्स को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। दूरसंचार नियामक TRAI के नए नियम की वजह से यूजर्स को OTP वाले मैसेज मिलने में दिक्कत आ सकती है।
TRAI ने भारतीय टेलीकॉम सेक्टर में बड़े बदलाव की तैयारी कर दी है। जल्द ही, यूजर्स बिना मोबाइल नेटवर्क के भी कॉलिंग और इंटरनेट सर्विस का लाभ ले सकेंगे। इसके लिए नियामक ने कंसल्टेशन पेपर जारी कर दिया है।
अगर आप मोबाइल या फिर स्मार्टफोन इस्तेमाल करते हैं तो आपके लिए काम की खबर है। दरअसल 1 अक्टूबर से भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण नई नियम लागू करने जा रही है। नए नियमों के बाद जियो, एयरटेल, वीआई और BSNL ग्राहकों को नई सुविधा मिलने वाली है।
TRAI ने जियो,एयरटेल, वीआई और बीएसएनएल के जुलाई महीने के सब्सक्राइबर्स का डेटा रिलीज कर दिया है। ट्राई की लेटेस्ट रिपोर्ट में एक हैरान करने वाला खुलासा हुआ है। BSNL ने जुलाई के महीने में कुछ ऐसा कर दिखाया है जिसकी उम्मीद किसी को भी नहीं थी।
TRAI New Rule: दूरसंचार नियामक 1 अक्टूबर से नया नियम लागू करने वाला है। यह नियम टेलीकॉम ऑपरेटर्स की सर्विस क्वालिटी सुधारने के लिए लाया जाएगा। नियमों के उल्लंघन होने पर भारी जुर्माने का प्रावधान है।
TRAI और DoT ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 3.5 लाख मोबाइल नंबर ब्लॉक कर दिए हैं। साथ ही, 50 कंपनियों को भी ब्लैकलिस्ट कर दिया है। दूरसंचार विभाग की यह कार्रवाई यूजर्स को क्वालिटी ऑफ सर्विस मुहैया कराने के लिए की गई है।
Airtel, Jio, Vi एक बार फिर से यूजर्स को बड़ा झटका दे सकती हैं। टेलीकॉम कंपनियां फिर से अपने रिचार्ज प्लान महंगे करने पर विचार कर सकती हैं, इसकी वजह TRAI की नई पॉलिसी हो सकती है।
ट्राई ने मंगलवार को जारी एक बयान में कहा कि फर्जी कॉल में जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिली है। साल 2024 की पहली छमाही में बिना रजिस्ट्रेशन वाली टेली मार्केटिंग कंपनियों के खिलाफ 7.9 लाख से ज्यादा शिकायतें दर्ज की गई हैं।
TRAI ने फर्जी कॉल्स और मैसेज पर लगाम लगाने के लिए सख्ती दिखाई है। दूरसंचार नियामक ने 2.75 लाख मोबाइल नंबर को ब्लॉक कर दिया है। दूरसंचार नियामक को इस साल जनवरी से लेकर जून 2024 के बीच 7 लाख से ज्यादा शिकायतें मिली थी।
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