अमेरिका ने चीन से तनावों के बीच उसके कड़े प्रतिद्वंदी ताइवान को 2 अरब डॉलर का हथियार देना का ऐलान करके बीजिंग में हलचल पैदा कर दी है। बता दें कि चीन ताइवान को अपना हिस्सा बताता है और वह उस पर कब्जा करना चाहता है।
ताइवान और चीन के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। चीन ने एक बार फिर ताइवान के नजदीक पिंगटन द्वीप के पास तट पर सैन्य अभ्यास किया है। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसकी चीन पर नजर है।
ताइवान और चीन के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। चीन के सैन्य अभ्यास के बाद अब ताइवान स्ट्रेट में अमेरिका और कनाडा के युद्धपोत नजर आए हैं। चीन ने इसे लेकर बड़ा कदम उठाया है।
चीन ने एक बार फिर ताइवान को घेरकर सैन्य अभ्यास किया है। चीन इससे पहले भी इस तरह के युद्धाभ्यास कर चुका है। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने चीन की इस हरकत को उकसावे वाली कार्रवाई बताया है।
ताइवान के अनुसार चीन ने उस पर हमले की तैयारी शुरू कर दी है। इस दावे के बीच चीन के युद्धपोतों का एक समूह द्वीप क्षेत्र में स्पॉट किया गया है। इसके बाद ताइवान ने अपनी सेनाओं को सतर्क कर दिया है।
तूफान से प्रभावित दक्षिणी ताइवान में बृहस्पतिवार की सुबह एक अस्पताल में आग लग गई। आग लगने की वजह से कम आठ लोगों की मौत हो गई है। अधिकारियों ने हादसे की जांच शुरू कर दी है।
तूफान क्रैथॉन को लेकर ताइवान की सरकार सतर्क है। हालात को देखते हुए अधिकारियों ने पूरे तटीय क्षेत्र में स्कूल और सरकारी कार्यालय बंद कर दिए हैं, सभी घरेलू उड़ानों को भी रद्द कर दिया गया है।
तूफान क्रैथॉन के ताइवान की ओर बढ़ रहा है। तूफान को लेकर ताइवान की सरकार सतर्क है। हालात को देखते हुए राजधानी ताइपे सहित देश के बड़े हिस्सों में ऑफिस, स्कूल-कॉलेज और वित्तीय बाजारों को बंद कर दिया है।
अमेरिका ने हाल ही में चीन की चार कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था। अब चीन ने भी अमेरिका को उसी की भाषा में जवाब दिया है। चीन ने भी अमेरिका की हथियार बेचने वाली कंपनियों पर बैन लगा दिया है।
अमेरिका ने तिब्बत के अधिकारों को लेकर एक बड़ा ऐलान करके चीन को बड़ा झटका दिया है। इस वक्त तिब्बत के अध्यात्मिक नेता दलाईलाम न्यूयॉर्क में हैं। इस बीच अमेरिका ने तिब्बत के मानवाधिकारों और अन्य विरासतों के संरक्षण की प्रतिबद्धता दोहराई है।
ताइवान की धरती एक बार फिर भूकंप के जोरदार झटकों से कांप गई है। ताइवान में आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.3 मापी गई है।
ताइवान में होने वाले चीन केंद्रित सम्मेलन को लेकर ड्रैगन बौखला गया है। ऐसे में उसने अभी से सम्मेलन में शामिल होने वाले देशों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। चीन ने सम्मेलन में शामिल होने वाले संभावित देशों को फोनकर उनको ताइपे आने पर धमकी दे रहा है।
तूफान 'गेमी' से बचाव के लिए ताइवान ने एहतियाती कदम उठाए हैं। तूफान के असर की वजह से ताइवान के अधिकांश भागों में भारी वर्षा हो रही है। इस बीच फिलीपींस में कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई है।
ताइवन का सैन्य अभ्यास तूफान गेमी की वजह से प्रभावित हुआ है। तूफान की वजह से पूर्वी तट पर वायु सेना का अभ्यास रद्द कर दिया गया। लेकिन, नौसेना और सेना का अभ्यास जारी रहेगा।
चीन ने ताइवान के द्वीप के पास मिसाइल परीक्षण करके उसकी चिंताओं को बढ़ा दिया है। ऐसा माना जा रहा है कि ताइवान पर कब्जे की प्लानिंग के तहत यह सब किया जा रहा है। इस रणनीतिक की आशंका को भांपकर ताइवान की सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं और इलाके में वायुसेना की तैनाती कर दी गई है।
चीन की तरफ से धमकी मिलने के बाद ताइवान सतर्क हो गया है। ताइवान ने अपने नागरिकों से कहा है कि वो हांगकांग और मकाऊ जैसी जगहों की यात्रा करने से बचें। जानें पूरा मामला क्या है और क्यों ताइवान इस तरह के कदम उठाने को मजबूर हुआ है।
ताइवान में एक निजी क्लब में अजीब तरह के डिनर का आयोजन किया गया। डिनर की कुछ तस्वीरें लीक होने के बाद हड़कंप मच गया। पुलिस ने अब मामले की जांच शुरू कर दी है।
चीन ने ताइवान के खिलाफ एक नई जंग छेड़ दी है। इससे ताइवान परेशान हो गया है। चीन के इस छद्म युद्ध से ताइवान का बच पाना बेहद मुश्किल हो गया है। बताया जा रहा है कि ताइवान को बर्बाद करने के लिए चीन उस पर साइबर हमले कर रहा है।
अमेरिका और चीन ने 5 वर्षों में पहली बार परमाणु वार्ता क्यों की। इस वार्ता के पीछे का असली मकसद क्या था? अमेरिका को क्यों लगता है कि चीन ताइवान पर परमाणु हमला कर सकता है। अमेरिकी अधिकारियों ने ताइवान जैसे छोटे देश से चीन के हारने की आशंका क्यों जाहिर की? इन सब सवालों का जवाब इस लेख में पढ़िये...
चीन और ताइवान के बीच तनाव लगातार बढ़ रहा है। इस बीच ताइवान की मदद के लिए अमेरिका आगे आया है। बाइडेन प्रशासन ने ताइवान को हथियार बेचने की मंजूरी दे दी है।
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