भारत का मोस्ट वांटेड आतंकी पाकिस्तान में खुलेआम घूम रहा है। एक बार फिर हिज्बुल मुजाहिद्दीन चीफ सैयद सलाउद्दीन को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के मुजफ्फराबाद में देखा गया है।
जम्मू-कश्मीर में आतंक फैलाने वाली पाकिस्तान की एजेंसियों और आतंकवादियों के बीच साठगांठ का बड़ा सबूत हाथ लगा है। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने एक नया दस्तावेज हासिल किया है, जो पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के साथ आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन की करीबी की पुष्टि करता है।
जम्मू-कश्मीर में अशांति पैदा करने के साथ ही भारत में हुए कई आंतकी हमलों के जिम्मेदार आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन पर 25 मई को इस्लामाबाद में अज्ञात हमलावरों ने कथित तौर पर हमला कर दिया।
हाफिज सईद के नेतृत्व वाली JuD को लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का फ्रंट ऑर्गेनाइजेशन माना जाता है, जो मुंबई हमले को अंजाम देने के लिए भी जिम्मेदार है, जिसमें 166 लोग मारे गए थे। इसे जून 2014 में अमेरिका द्वारा विदेशी आतंकवादी संगठन के रूप में प्रतिबंधित किया जा चुका है।
सूत्रों ने बताया कि अगर पाकिस्तान वास्तव में यह संदेश देना चाहता है कि वह आतंकवाद के मुद्दे पर भारत की चिंताओं का समाधान करना चाहता है तो इसे दाऊद, सलाउद्दीन और अन्य आतंकवादियों को सौंप देना चाहिए जो भारतीय नागरिक हैं
शाहिद को 2011 के आंतकवाद के वित्तपोषण मामले में पूछताछ के लिए एनआईए मुख्यालय बुलाया गया था, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। यह मामला आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ाने के लिए पाकिस्तान और सऊदी अरब में मौजूद आतंकवादियों द्वारा हवाला के जरिए जम्मू एवं क
यूसुफ को 2011 हवाला फंडिंग केस में गिरफ्तार किया गया है। सुरक्षा बलों के लिए यह एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है। सैयद सलाहुद्दीन का बेटा जम्मू-कश्मीर सरकार के कृषि विभाग में जूनियर इंजिनियर है। सूत्रों का कहना है कि युसूफ ने एजाज द्वारा वेस्टर्न यूनिय
अमेरिका ने कश्मीर में सक्रिय आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन को विदेशी आतंकी समूह घोषित किया है। इससे करीब दो महीने पहले इस संगठन के सरगना सैयद सलाहुद्दीन को वैश्विक आतंकवादी घोषित किया गया था।
भारत सरकार ने आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन के मुखिया सैयद सलाहुद्दीन के भारत विरोधी बयानों की निंदा करते हुए कहा है कि उसके भाषण ही उसके आतंकवादी होने का सबसे बड़ा सबूत है।
आतंकवादी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन के सरगना सैयद सलाहुद्दीन ने शनिवार को कहा कि कश्मीर की ‘आजादी’ के लिए संघर्ष जारी रहेगा। कुछ दिन पहले ही अमेरिका ने उसे वैश्चिक आतंकवादी घोषित किया था।
इमरान खान ने अमेरिका द्वारा पाकिस्तान के हिजबुल मुजाहिदीन के नेता सैयद सलाहुद्दीन को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के बाद 'दमनकारी भारत' का पक्ष लेने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की गुरुवार को आलोचना की।
हिजबुल मुजाहिदीन के सरगना सैयद सलाहुद्दीन को अंतर्राष्ट्रीय आतंकी घोषित होने के बाद भी पाकिस्तान के तेवर ढीले नहीं पड़े हैं। पाकिस्तान ने बयान जारी कर आतंकी सैयद सलाहुद्दीन का बचाव किया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के लिखित बयान जारी किया है जिसमे
सैयद सलाहुद्दीन 1990 से पहले कश्मीर में यूसुफ शाह के नाम से जाना जाता था और उसने वर्ष 1987 में मुस्लिम यूनाइटेड फ्रंट के टिकट पर जम्मू-कश्मीर में विधानसभा का चुनाव भी लड़ा था। हालांकि, वो इस चुनाव में हार गया था।
अमेरिका ने कश्मीरी आतंकवादी समूह हिजबुल मुजाहिदीन के प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन को आज विशेष रूप से घोषित वैश्विक आतंकवादी करार दिया। इस कदम का भारत ने स्वागत किया और कहा कि यह इस बात को मजबूती से रेखांकित करता है कि दोनों देश आतंकवाद के खतरे का सामना करत
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