2014 में जब इसे गिरफ्तार किया गया था तब ये महिला के लिबास में सुरक्षाबलों को चकमा देकर भागने की फिराक में था लेकिन पकड़ा गया। दरअसल सुरक्षाबलों को चकमा देना नावीद की फितरत है।
सूत्रों के मुताबिक हमले को अंजाम देने की प्लानिंग एक दिन पहले तब शुरू हुआ था जब नावीद ने जेल प्रशासन से सीने और पेट में दर्द की शिकायत की थी और जेल प्रशासन ने मंगलवार को नावीद को अस्पताल ले जाने का फैसला किया।
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