सुनीता विलियम्स अपने साथी अंतरिक्ष यात्री बुच विलमोर के साथ जून से ही अंतरिक्ष पर हैं। दोनों ही 6 जून को अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचे थे। वहीं, अब दीपावली को लेकर सुनीता विलियम्स ने खास वीडियो संदेश दिया है।
अंतरिक्ष क्षेत्र के स्टार्टअप के लिए उद्यम पूंजी कोष की घोषणा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट में की थी। सरकार ने कहा कि इससे अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में प्रगति को बढ़ावा मिलेगा और निजी क्षेत्र की भागीदारी के माध्यम से भारत के नेतृत्व को मजबूती मिलेगी।
नई स्टडी में दावा किया गया है कि अब मिशन पर जाने वाले अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष में खाना बना सकेंगे। कैसे बनाएंगे और क्या खाएंगे? जानिए पूरी डिटेल्स-
अमेरिका ने ईरान से परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम बैलिस्टिक मिसाइलों से जुड़ी कोई गतिविधि न करने का आह्वान किया गया था। ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम से संबंधित संयुक्त राष्ट्र की पाबंदियां पिछले साल अक्टूबर में खत्म हो गई थीं।
गांव के लोगों ने खुद का रॉकेट लॉन्च कर सबको चौंका दिया। मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसे देख आप भी हैरान रह जाएंगे।
नासा के एक अंतरिक्ष यात्री ने चंद्रमा की ऐसी अद्भुत तस्वीर शेयर की है जिसे देखकर आप भी कहेंगे-अरे वाह, इस चांद ने तो दिमाग हिला दिया है।
23 अगस्त 2023 को भारत चंद्रयान 3 मिशन के जरिए चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला चौथा देश बना और चांद के दक्षिण ध्रुव तक पहुंचने वाला पहला। पीएम नरेंद्र मोदी ने उसी दिन ऐलान कर दिया कि 23 अगस्त देश के सुनहरे अक्षरों में अंकित हो गया है और अब देश कामयाबी का जश्न हर साल मनाएगा।
एलन मस्क ने स्पेसएक्स द्वारा अंतरिक्ष में भेजे गए एक रॉकेट का वीडियो शेयर किया है। जिसमें रॉकेट स्पेस में पहुंचने के बाद खुद ही वापस धरती पर लैंड कर जता है।
अंतरिक्ष से नीचे कूदने के बारे में क्या आपने कभी सोचा है। शायद ही आपने कभी सोचा होगा, लेकिन एक शख्स ने यह कारनामा कर के दिखाया है। दरअसल, शख्स ने स्पेस से धरती पर छलांग लगाई है। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
भारत की स्पेस कंपनियों ने अंतरिक्ष में बस्तियां बनाने की योजना पर काम शुरू कर दिया है। भारत की स्पेस पिक्सल कंपनी ने इसके लिए उन क्षुद्र ग्रहों की तलाश भी शुरू कर दी है, जिसके जरिये इस कार्य को अंतरिक्ष में अंजाम दिया जाना है।
चीन में एक कंपनी का रॉकेट प्रक्षेपण विफल हो गया है। मिशन विफल होने की वजह से तीन उपग्रह भी नष्ट हो गए हैं। रॉकेट का पहला, दूसरा और तीसरा चरण सामान्य रूप से प्रक्षेपित हुआ, लेकिन चौथे चरण में गड़बड़ी आ गई थी।
आदित्य एल1 भारत का पहला सूर्य मिशन है। इस मिशन के पीछे इसरो के कई उद्देश्य हैं। जिस तरह पृथ्वी पर भूकंप आते हैं उसी तरह सौर भूकंप भी होते हैं जिन्हें कोरोनल मास इजेक्शन कहा जाता है। सौर कंपन का अध्ययन करने के लिए सूर्य की निगरानी जरूरी है।
चीन में एक रॉकेट लॉन्च किया गया तो उसके कुछ देर बाद ही उसका एक हिस्सा जमीन पर आकर गिर गया। रॉकेट का हिस्सा नीचे गिरता देख लोग जान बचाकर भागते हुए दिखाई दिए। मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
नासा के बोइंग स्टारलाइनर कैप्सूल ने सफलता पूर्वक अंतरिक्ष का सफर तय कर लिया है। इस दल के साथ जाने वाली भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स भी शामिल हैं। सुनीता ने अपने साथियों के साथ जैसे ही अंतरिक्ष में कदम रखा, वैसे ही वह खुशी के मारे झूमने लगीं।
अंतरिक्ष स्टार्टअप अग्निकुल कॉसमॉस ने सफलतापूर्वक 30 मई को अपने रॉकेट अग्निबाण सॉर्टेड 01 मिशन को सफलतापूर्वक लॉन्च किया है। इस लॉन्च की जानकारी देते हुए इसरो ने कहा कि स्पेस सेक्टर में यह सफलता मील का पत्थर है।
रूस ने संयुक्त राष्ट्र में एक प्रस्ताव पेश किया जो अंतरिक्ष में हथियारों की तैनाती संबंधित था। फिलहाल, इस मामले में अमेरिका के विरोध की वजह से रूस को झटका लगा है।
अमेरिका के बोइंग स्पेस मिशन के विमान में खराबी आ जाने से अंतरिक्ष की उड़ान को कम से कम एक हफ्ते के लिए टाल दिया गया है। बताया जा रहा है कि विमान के वॉल्व में खराबी आने के कारण इस मिशन को टालना पड़ा है।
भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स एक बार फिर से स्पेस में जाने को तैयार हैं। इससे पहले सुनीता साल 2006 और 2012 में दो बार अंतरिक्ष में जा चुकी हैं।
तीसरे विश्वयुद्ध के लगातार बढ़ रहे खतरे और अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा के चलते कई ताकतवरों देशों की ओर से अंतरिक्ष में हथियारों की तैनाती की जाने लगी है। यह पूरी दुनिया के लिए अच्छा संकेत नहीं है। ऐसे में रूस ने इस पर रोक लगाने के लिए संयुक्त राष्ट्र का दरवाजा खटखटाया है।
जमीनी युद्ध, हवाई युद्ध और समुद्री युद्ध में उलझी दुनिया के बीच चीन ने नए जंग की तैयारी शुरू कर दी है। चीन ने अंतरिक्ष में भी अपनी सैन्य तैनाती कर दी है। अब साइबर युद्ध इकाई का गठन करके अमेरिका समेत दुनिया के तमाम देशों के लिए चीन ने चिंता पैदा कर दी है।
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