बीएसई मिडकैप इंडेक्स सपाट कारोबार कर रहा था, जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स 0.3 प्रतिशत ऊपर देखे गए। ऑटो, फार्मा, मीडिया सेक्टर में मजबूती दिखी। रियल्टी, पीएसयू बैंक, ऑयल एंड गैस, मेटल इंडेक्स कमजोर दिखे।
निफ्टी पैक के शेयरों में सबसे अधिक तेजी बजाज ऑटो में 2.22 फीसदी, ट्रेंट में 1.95 फीसदी, इंडसइंड बैंक में 1.72 फीसदी, बजाज फाइनेंस में 1.50 फीसदी और टाटा मोटर्स में 1.49 फीसदी देखने को मिली।
इस साल 23 दिसंबर तक बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स में 12,144.15 अंकों (28.45 प्रतिशत) की बढ़ोतरी दर्ज की जा चुकी है। जबकि मिडकैप इंडेक्स में भी 9,435.09 अंकों (25.61 प्रतिशत) का उछाल दर्ज किया गया है।
आज के कारोबार के दौरान निफ्टी पर अडानी पोर्ट्स, श्रीराम फाइनेंस, एमएंडएम, मारुति सुजुकी, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस प्रमुख लाभ में रहे, जबकि टाइटन कंपनी, एशियन पेंट्स, नेस्ले, जेएसडब्ल्यू स्टील, ग्रासिम इंडस्ट्रीज में गिरावट दर्ज की गई।
आज सबसे अधिक तेजी निफ्टी पीएसयू बैंक में 1.42 फीसदी की तेजी दिखी। इसके अलावा, निफ्टी मेटल में 0.09 फीसदी, निफ्टी प्राइवेट बैंक में 0.71 फीसदी, निफ्टी ऑयल एंड गैस में 0.51 फीसदी देखने को मिली।
Share market outlook for 2025 : अक्टूबर में एफपीआई ने रिकॉर्ड स्तर पर शुद्ध बिकवाली की थी। यह बिकवाली विशेष रूप से टॉप-100 स्टॉक्स में हुई थी। जबकि मार्केट के दूसरे सेगमेंट्स में कुछ खरीदारी देखी गई।
कारोबार के दौरान पावर ग्रिड कॉर्प, जेएसडब्ल्यू स्टील, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, इंडसइंड बैंक और ग्रासिम इंडस्ट्रीज निफ्टी पर टॉप लूजर स्टॉक्स के तौर पर देखे गए। आईटी, मीडिया, मेटल, पीएसयू बैंक में बिकवाली देखी गई।
निफ्टी पैक के 50 शेयरों में से सबसे अधिक तेजी अडानी एंटरप्राइजेज, बीईएल, भारती एयरटेल, नेस्ले इंडिया और इन्फोसिस के शेयर में देखने को मिली।
बीएसई, एनएसई 2025 में अवकाश बीएसई और एनएसई ने 2025 में शेयर बाजार की छुट्टियों की लिस्ट की घोषणा की है। पहली छुट्टी 26 फरवरी, 2025 को महाशिवरात्रि के अवसर पर निर्धारित की गई है।
कारोबार के दौरान आज निफ्टी में सबसे ज्यादा बढ़त जेएसडब्ल्यू स्टील, आईटीसी, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, इंडसइंड बैंक और ट्रेंट में रही। इसके अलावा, आज बैंक, एफएमसीजी, मेटल, ऑयल एंड गैस, एनर्जी, रियल्टी में 0.5-1 प्रतिशत की उछाल दर्ज की गई।
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने 16 दिसंबर, 2024 को सोशल मीडिया पोस्ट और एक शिकायत के बाद भारत ग्लोबल डेवलपर्स के खिलाफ जांच शुरू की थी।
बीते सप्ताह सेंसेक्स की शीर्ष 10 कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 4.95 लाख करोड़ रुपये घटा। पिछले सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 4,091.53 अंक या 4.98 प्रतिशत नीचे आया। भारतीय शेयर बाजार में यह जून, 2022 के बाद सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट है।
पिछले सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 4,091.53 अंक या 4.98 प्रतिशत नीचे आया, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 1,180.8 अंक या 4.76 प्रतिशत के नुकसान में रहा।
Share Market Outlook : भारतीय शेयर बाजार में इस हफ्ते जबरदस्त बिकवाली देखने को मिली। सेंसेक्स इस हफ्ते 4000 पॉइंट गिर गया।
ममता मशीनरी लिमिटेड ने बुधवार को कहा कि उसने एंकर निवेशकों से 53 करोड़ रुपये से अधिक जुटाए हैं। गुजरात स्थित कंपनी की आरंभिक शेयर बिक्री पूरी तरह से प्रमोटरों द्वारा 73.82 लाख इक्विटी शेयरों की पेशकश (ओएफएस) है, जिसकी कीमत बैंड के ऊपरी छोर पर 179.38 करोड़ रुपये है।
बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 19 दिसंबर को 4.49 लाख करोड़ था जो 20 दिसंबर को घटकर 4.40 लाख करोड़ रह गया। इस तरह निवेशकों के एक दिन में 9 लाख करोड़ डूब गए।
शेयर बाजार में गिरावट जारी है। इससे निवेशकों को भारी नुकसान हो रह है। आरिखर क्या वजह है कि बाजार में गिरावट थमने का नाम नहीं ले रही है। आइए वजह जानते हैं।
निफ्टी पैक के शेयरों में सबसे अधिक गिरावट एक्सिस बैंक में 1.31 फीसदी, लार्सन एंड टुब्रो में 1.08 फीसदी, आईटीसी में 1.01 फीसदी, जेएसडबल्यू स्टील में 0.99 फीसदी और सिप्ला में 0.86 फीसदी दिखी।
म्यूचुअल फंड के जोखिम के पीछे कई फैक्टर होते हैं। इनमें अर्थव्यवस्था में बदलाव, ब्याज दरें, भू-राजनीतिक स्थिति, कंपनी प्रबंधन आदि, सभी म्यूचुअल फंड के जोखिम में योगदान करते हैं।
जानकारों का कहना है कि एफपीआई तभी वापस आएंगे जब उन्हें भारतीय कंपनियों में आय में वृद्धि दिखाई देगी, जो अगले साल की दूसरी छमाही में होगी। ब्रोकरेज को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2026 में आय वृद्धि बढ़कर 17 प्रतिशत हो जाएगी, जबकि वित्त वर्ष 25 के लिए इसका अनुमान 4 प्रतिशत है।
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