रूस ने अमेरिका को सख्त लहजे में चेतावनी दे दी है। रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा है कि यूक्रेन के मुद्दे पर अमेरिका को हद नहीं पार करनी चाहिए। आइए जानते हैं उन्होंने और क्या कुछ कहा है।
रूस की यात्रा पर चल रहे उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन रूसी बमवर्षकों को देखने के बाद प्रशांत बेड़े में पहुंच गए। वहां रूसी युद्ध पोतों पर उनका दिल आ गया। उन्होंने रूसी फैक्ट्री में किंझल मिसाइल भी देखी, जिसे तबाही का दूसरा नाम भी कहा जाता है।
रूस-यूक्रेन युद्ध विराम को लेकर जी-20 सम्मेलन के इतर पूछे गए एक सवाल के जवाब में रक्षामंत्री सर्गेई ने बड़ा बयान दिया है। सर्गेई लावरोव ने युद्ध मां शांति की बात करते हुए कहा कि हर कोई युद्ध में शांति चाहता है। हमने शांति के लिए 18 महीने पहले एक समझौते पर हस्ताक्षर किया था। मगर जेलेंस्की को इस पर हस्ताक्षर नहीं किया।
नई दिल्ली में 7 से 10 सितंबर तक चलने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन को लेकर रूस ने अभी से इसके सदस्य देशों को कड़ी चेतावनी दी है। रूस का कहना है कि वह जी-20 के ऐसे घोषणापत्र को जारी नहीं होने देगा, जिसमें रूस का पक्ष और विचार शामिल नहीं किया गया हो। हालांकि रूस ने कहा ऐसी स्थिति में वह अपने दोस्त भारत को छूट दे सकता है।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन के लिए सिर्फ वैगनर चीफ येवगिन प्रिगोझिन ही मुसीबत नहीं हैं, बल्कि उनके कई अपने अंदर ही अंदर बगावत का बिगुल बजा चुके हैं। इसलिए पुतिन की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पुतिन के खिलाफ साजिशों की फेहरिस्त लंबी है। रूसी रक्षामंत्री सर्गेई पर भी शक की सुइयां घूम रही हैं।
Russia NATO India: लावरोव ने कहा कि हम जानते हैं कि चीन इस तरह के उकसावे को कितनी गंभीरता से लेता है। नाटो देश दक्षिण चीन सागर और ताइवान में तनाव बढ़ाकर आग से खेल रहे हैं।
Russia Foreign Minister: इंडोनेशिया के अधिकारियों ने दावा किया है कि रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव को तबीयत बिगड़ने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस दावे का रूस ने खंडन कर दिया है।
India Russia: करीब एक सप्ताह की न्यूयॉर्क यात्रा के दौरान जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के उच्च स्तरीय सत्र को संबोधित करने के साथ-साथ कई देशों के विदेश मंत्रियों से मुलाकात की। संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करने से महज कुछ घंटे पहले जयशंकर अपने रूसी समकक्ष से मिले थे।
लावरोव ने कहा कि रूस अपने सहयोगियों और भागीदारों के साथ द्विपक्षीय व्यापार के लिए बाधाओं को दूर करने के तरीके तलाश रहा है।
रूसी विदेश मंत्री ने भारत की तटस्थता की नीति से लेकर तेल आयात जैसे मुद्दों पर पूछे गए सवालों सवालों पर स्पष्ट जवाब दिया।
समझा जाता है कि लावरोव की यात्रा के दौरान भारत द्वारा रूस से तेल और द्विपक्षीय कारोबार के लिए भुगतान प्रणाली पर चर्चा पर होगी।
इससे पहले यूक्रेन पर आक्रमण की घोषणा करते हुए, पुतिन ने स्पष्ट रूप से रूस के ‘दुनिया की सबसे शक्तिशाली परमाणु शक्तियों में से एक’ होने का जिक्र किया था।
फ्रांस के राष्ट्रपति एमेनुअल मैक्रों ने शुक्रवार को कहा कि फ्रांस और उसके यूरोपीय सहयोगियों ने ‘मॉस्को पर बहुत गंभीर प्रहार करने’ का फैसला किया है।
लावरोव ने कहा कि यूक्रेन के सैन्य बलों ने हमारे राष्ट्रपति के आह्वान का जवाब दिया तो हम किसी भी समय बातचीत करने के लिए तैयार हैं।
टेलीविजन पर एक संबोधन में पुतिन ने कहा कि यूक्रेन से उत्पन्न खतरों के जवाब में रूस ने वहां एक विशेष सैन्य अभियान शुरू करने का कदम उठाया है।
रूस की सरकारी समाचार एजेंसी तास ने अपनी खबर में विदेश मंत्री लावरोव के इस बयान के बारे में बताया।
भारत और रूस इस शिखर सम्मेलन में रक्षा, व्यापार एवं निवेश, ऊर्जा एवं प्रौद्योगिकी जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग को विस्तार देने के लिए कई समझौते करेंगे।
लावरोव ने कहा कि मास्को अफगानिस्तान में सभी राजनीतिक ताकतों के साथ एक समावेशी राष्ट्रीय वार्ता की शुरूआत करने का समर्थन करता है।
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि रूस को इसका खेद है कि तालिबान बल प्रयोग करके देश में स्थिति को सुलझाने का प्रयास कर रहा है।
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने बुधवार को कहा कि उनका देश पाकिस्तान को ‘विशेष’ सैन्य उपकरण उपलब्ध कराएगा।
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