अमेरिका की यात्रा पर गए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने डोनाल्ड ट्रंप सरकार के नामित एनएसए माइकल वाल्ट्ज से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने दोनों देशों के बीच साझेदारी को और मजबूत बनाने की प्रतिबद्धता जाहिर की।
भारत-अमेरिका के रिश्तों को मजबूती देने के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर वाशिंगटन में हैं। यह ऐसा वक्त है जब मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन प्रशासन की विदाई होने वाली है और 20 जनवरी से नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ट्रंप का शासन आने वाला है।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर 6 दिनों के लिए अमेरिका की यात्रा पर जाएंगे। विदेश मंत्री अमेरिका में अपने समकक्षों के साथ कई जरूरी मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
विदेश मंत्री एस जयशंकरने दिल्ली में एक मौगजीन विमोचन के कार्यक्रम में कहा कि हम अभी भी बहुत गंभीर पैमाने पर आतंकवाद का मुकाबला कर रहे हैं। हम ऐसी विदेश नीति की ओर बढ़ चुके हैं, जिसका सीधा काम राष्ट्रीय विकास को आगे बढ़ाना है।
विदेश मंत्री ने कहा कि यदि आप किसी एक सप्लाई चेन पर अत्यधिक निर्भर हो जाते हैं या सप्लाई चेन के नाम पर आप अपने बाजार को इतना खोल देते हैं कि यह अब सप्लाई चेन नहीं रह जाती, बल्कि इससे आपके सेक्टर खोखले हो जाते हैं, तो आपको सावधान रहना होगा।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर आज भारत चीन रिश्ते पर लोकसभा में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि सीमा पर शांति की कोशिश जारी है।
संसद का शीतकालीन सत्र 25 नवंबर को शुरू हुआ था। यह 20 दिसंबर तक चलेगा। सदन में संभल, मणिपुर हिंसा और अन्य मुद्दों पर चर्चा के लिए विपक्ष लगातार मांग कर रहा है।
इटली में चल रहे जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने अमेरिकी समकक्ष एंटनी ब्लिंकन से मुलाकात की। एंटनी ब्लिंकन ने भारत-अमेरिका के बीच साझेदारी को बेहद मजबूत बताया है।
खालिस्तानी हरदीप सिंह निज्जर मामले में कनाडा ने फिर पलटी मार ली है। कनाडा के प्रधानमंत्री की ओर से बयान जारी कर कहा गया है कि उसके पास भारतीय नेताओं अधिकारियों के खिलाफ हरदीप निज्जर की हत्या मामले में कोई सुबूत नहीं हैं।
ब्राजील के रियो डी जनेरियो में विदेश मंत्री एस जयशंकर और चीन के विदेश मंत्री वांग यी के बीच मुलाकात हुई है। दोनों की यह मुलाकात G20 समिट से इतर हुई है।
भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच संबंध लगातार मजबूत होते जा रहे हैं। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि दोनों देशों के बीच संबंध आज सही मायनों में नए युग में हैं।
विदेश मंत्री ने कहा कि आज हमारा द्विपक्षीय व्यापार 66 बिलियन डॉलर है। इससे 2030 तक 100 बिलियन डॉलर तक पहुंचने का लक्ष्य तर्कसंगत है। व्यापार संतुलन को तत्काल सुधारने की आवश्यकता है क्योंकि यह बहुत एकतरफा है।
विदेश मंत्री ने भारत-अमेरिका संबंधों और ट्रंप की जीत पर कहा, "प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संभवतः उन पहले तीन लोगों में थे, जिनसे नव-निर्वाचित राष्ट्रपति ट्रंप ने बात की।" उन्होंने कहा कि भारत और प्रधानमंत्री मोदी ने कई राष्ट्रपतियों के साथ तालमेल बनाया है।
कनाडा में हिंदू मंदिर पर हुए हमले को लेकर ऑस्ट्रेलिया और भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के संयुक्त बयान की खबर दिखाए जाने पर ट्रूडो ने जिस ऑस्ट्रेलिया टूडे को ब्लॉक किया था, अब उसकी प्रतिक्रिया सामने आई है। ऑस्ट्रेलिया टुडे ने कनाडा के इस कदम की कड़ी निंदा की है।
जयशंकर ने कहा, ‘भारत का दृष्टिकोण और सार दोनों के संदर्भ में अंतरराष्ट्रीय कानून, नियम और मानदंडों के प्रति सम्मान के बारे में समान रूप से स्पष्ट रहा है, क्योंकि पिछले चार दशकों में (एक दूसरे के प्रति) झुकाव केवल बढ़ा है। यह एक ऐसा आधार है जिस पर हम उच्च महत्वाकांक्षाओं की आकांक्षा कर सकते हैं।
ऑस्ट्रेलिया का सफल दौरा पूरा करने के बाद अब पीएम मोदी के विशेष मिशन पर विदेश मंत्री एस जयशंकर सिंगापुर पहुंच गए हैं। यहां उन्होंने सिंगापुर के उपप्रधानमंत्री किम योंग से मुलाकात की है।
विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को जस्टिन ट्रूडो सरकार की आलोचना की क्योंकि उसने विदेश मंत्री एस जयशंकर और उनकी ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष पेनी वोंग के कैनबरा में प्रेस वार्ता के दौरान एक ऑस्ट्रेलियाई मीडिया आउटलेट को ब्लॉक कर दिया था।
अमेरिका में नया राष्ट्रपति चुनने के लिए मतदान जारी है। डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस के बीच विभिन्न मीडिया सर्वेक्षणों में कांटे की टक्कर है। मगर भारत से रिश्तों के लिहाज से ट्रंप और कमला में से किसकी जीत ज्यादा अच्छी रहेगी, इस पर विदेश मंत्री जयशंकर ने जवाब दिया।
वास्तविक नियंत्रण रेखा से भले ही भारत और चीन ने अपने-अपने सैनिक हटा लिए हैं, लेकिन अभी भी दोनों देशों को कुछ इंतजार है। इसके बाद ही शांति की स्थापना हो सकेगी।
कनाडा में हिंदुओं पर हो रहे हमले की पूरी दुनिया में चर्चा हो रही है। अब विदेश मंत्री जयशंकर ने ऑस्ट्रेलिया में खड़े हो कर कनाडा को लताड़ लगाई है। आइए जानते हैं कि उन्होंने क्या कहा।
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