उत्तर प्रदेश के आतंकवाद रोधी दस्ता (एटीएस) ने सोमवार को राज्यव्यापी अभियान चलाकर प्रदेश में अवैध रूप से रह रहे 74 रोहिंग्या लोगों को गिरफ्तार किया है।
Bangladesh Rohingya Refugee Camps: बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने भाषण में कई बार पुलिस रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा है कि कुछ रोहिंग्या शरणार्थी आपराधिक गतिविधियों का नेतृत्व कर रहे हैं और वे शिविर कट्टरपंथी समूहों के लिए गढ़ बन रहे हैं।
Bangladesh on Rohingya: बांग्लादेश ने चीन के विदेश मंत्री वांग यी की यात्रा के दौरान उनसे रोहिंग्या शरणार्थियों को म्यांमा वापस भेजने में सहयोग करने का अनुरोध किया। वहीं चीन ने रोहिंग्या संकट को हल करने के लिए सहयोग करने का वादा किया है।
यूपी के एडीजी (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने शुक्रवार को बताया कि रोहिंग्यों को भारत भेजने वाले गिरोह के 4 सदस्य गिरफ्तार किए गए हैं।
यूपी एटीएस (UP ATS) ने गुरुवार को अलीगढ़ से दो रोहंगियाओं को गिरफ्तार किया है। एटीएस अधिकारियों का कहना है कि गिरफ्तार रफीक और आमीन अवैध रूप से रह रहे थे। अब इनसे पूछताछ की जाएगी कि कौन-कौन इनके सहयोगी थे।
उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) ने सोमवार को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर अवैध रूप से भारत में रहने वाले म्यांमार के 2 रोहिंग्याओं को गाजियाबाद से गिरफ्तार किया है।
जम्मू कश्मीर में मार्च महीने की शुरुआत में अवैध आव्रजकों के विरूद्ध चलाए गए विशेष अभियान में कई रोहिंग्या मुसलमान हिरासत में लिए गए थे।
संयुक्त राष्ट्र ने बुधवार को कहा कि भोजन-पानी के बिना रोहिंग्या शरणार्थियों के एक समूह को लेकर एक नौका अंडमान सागर में भटक रही है।
पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन पर अवैध रोहिंग्या प्रवासी होने के संदेह में 10 लोगों को पकड़ा गया है।
शाह ने रोहिंग्या मुसलमानों को लेकर कहा कि रोहिंग्या मुसलमानों पर जब वह कार्रवाई करते हैं तो ये लोग (विपक्षी दल) हायतौबा करते हैं। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल एक बार लिखकर दें कि बांग्लादेशी और रोहिंग्या को निकाल दें, फिर मैं कुछ करता हूं।
लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल पर चर्चा का जवाब देते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि भारत के मुसलमानों को डरने की जरूरत नहीं है लेकिन रोहिंग्या को हम कभी स्वीकार नहीं करेंगे।
पूर्वोत्तर के राज्य त्रिपुरा में भारत-बांग्लादेश बॉर्डर के पास से 2 रोहिंग्या मुसलमानों को गिरफ्तार किया गया है।
म्यांमार में हुए अत्याचारों के बाद पड़ोसी देश बांग्लादेश में शरण लिए हुए रोहिंग्याओं की दिक्कतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं।
म्यांमार के लाखों रोहिंग्या मुस्लिम शरणार्थियों ने इस समय पड़ोसी देश बांग्लादेश में शरण ले रखी है।
संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायोग (यूएनएचसीआर) कार्ड धारक रोहिंग्या शरणार्थियों में से उन सभी के आधार कार्ड रद्द किये जायेंगे जिन्होंने इसे यूएनएचसीआर कार्ड के आधार पर हासिल किया था।
अमेरिका ने कहा कि म्यामां में हत्याओं एवं बलात्कार सहित रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ म्यामां की सेना की ओर से की गयी हिंसा के सुनियोजित होने के संबंध में उसे साक्ष्य मिले हैं।
संयुक्त राष्ट्र के जांचकर्ताओं ने मंगलवार को कहा कि म्यामां की सेना को देश की राजनीति से बाहर कर दिया जाना चाहिए। जांचकर्ताओं ने अपनी अंतिम जांच रिपोर्ट जारी करते हुए रोहिंग्या मुसलमानों के नरसंहार मामले में सेना के शीर्ष जनरलों
म्यांमार के सेना प्रमुख ने देश में रोहिंग्या मुसलमानों की सुरक्षा को लेकर एक बड़ा बयान दिया है...
म्यांमार सरकार ने कहा कि उसने बांग्लादेश पलायन कर गए लगभग सात लाख शरणार्थियों में से पहले परिवार की देश वापसी कराई है। रखाइन प्रांत में पिछले साल अगस्त में म्यांमार की सेना के बर्बर अभियान के चलते रोहिंग्या मुसलमानों ने बांग्लादेश में शरण ली थी।
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख रोहिंग्या शरणार्थियों को किसी और जगह रखने की आवश्यकता पर पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे...
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