जापान में परीक्षण के दौरान रॉकेट के इंजन में आग लग गई। इस हादसे में किसी के घायल होने की खबर नहीं है। इससे पहले भी परीक्षण के दौरान इस इंजन में आग लग चुकी है।
पिनाका रॉकेट सिस्टम के जरिए एक साथ कई ठिकानों पर हमला किया जा सकता है। DRDO ने इसकी रेंज में भी लगातार सुधार किया है, जो 45 किलोमीटर के पार जा चुकी है।
हादसे का शिकार हुए सभी लोग छठ पूजा के लिए जा रहे थे। अचानक एक जलता हुआ रॉकेट ऑटो में घुस गया। इसी वजह से यह हादसा हुआ। सभी घायलों को पीजीआई रोहतक में भर्ती करवाया गया है।
दिवाली पर दो हॉस्टल के बीच लड़ाई हो गई, जिसके बाद छात्र एक दूसरे पर रॉकेट दागने लगते हैं। दोनों गुट के छात्र एक-दूसरे को रॉकेट से करारा जवाब देने में लगे हुए हैं।
चुराचांदपुर जिले में थांगजिंग रिज के ऊपरी इलाके में पंगजंग गांव में तलाशी अभियान के दौरान सुरक्षा बलों ने चार रॉकेट जब्त किए। दो रॉकेट कम से कम आठ फीट लंबे थे और अन्य दो रॉकेट सात फीट लंबे थे।
एलन मस्क ने अपने पिछले दिनों को याद करते हुए एक पोस्ट शेयर किया है। जिसमें वह फाल्कन-1 मिशन के पहले फ्लाइट की असफलता के बाद की अपनी एक तस्वीर शेयर की है।
स्पेस एक्स ने धरती पर लौटते समय एक रॉकेट में आ लग जाने के बाद अपनी अन्य उड़ानों को रद्द कर दिया है। दुर्घटना के बाद स्पेस एक्स ने कंपनी के सारे प्रक्षेपणों को अगले आदेश तक के लिए रोक दिया है।
एलन मस्क ने स्पेसएक्स द्वारा अंतरिक्ष में भेजे गए एक रॉकेट का वीडियो शेयर किया है। जिसमें रॉकेट स्पेस में पहुंचने के बाद खुद ही वापस धरती पर लैंड कर जता है।
चीन में एक कंपनी का रॉकेट प्रक्षेपण विफल हो गया है। मिशन विफल होने की वजह से तीन उपग्रह भी नष्ट हो गए हैं। रॉकेट का पहला, दूसरा और तीसरा चरण सामान्य रूप से प्रक्षेपित हुआ, लेकिन चौथे चरण में गड़बड़ी आ गई थी।
चीन की एक निजी कंपनी का रॉकेट अचानक अपने आप लॉन्च हो गया। उड़ान भरने के कुछ देर बाद यह रॉकेट पहाड़ी इलाके में जा गिरा। कंपनी का कहना है कि इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ है।
चीन में एक रॉकेट लॉन्च किया गया तो उसके कुछ देर बाद ही उसका एक हिस्सा जमीन पर आकर गिर गया। रॉकेट का हिस्सा नीचे गिरता देख लोग जान बचाकर भागते हुए दिखाई दिए। मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
अंतरिक्ष स्टार्टअप अग्निकुल कॉसमॉस ने सफलतापूर्वक 30 मई को अपने रॉकेट अग्निबाण सॉर्टेड 01 मिशन को सफलतापूर्वक लॉन्च किया है। इस लॉन्च की जानकारी देते हुए इसरो ने कहा कि स्पेस सेक्टर में यह सफलता मील का पत्थर है।
आर्मीनिया ने भारत के साथ बड़ी रॉकेट डील की है। इससे आर्मीनिया की आर्मी को 40 से लेकर 70 किमी तक दुश्मन के किसी भी ठिकाने को तबाह करने की ताकत मिल जाएगी।
उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग लगातार अपनी रक्षा क्षमताओं को बढ़ा रहे हैं। इससे यह सवाल उठने लगा है कि कहीं वे किसी जंग की तैयारी तो नहीं कर रहे हैं? इसी बीच उन्होंने परमाणु हथियार ले जाने वाले रॉकेट दागे जाने के अभ्यास का निरीक्षण किया है। इससे दक्षिण कोरिया में घबराहट है।
जापान में निजी कंपनी के रॉकेट में विस्फोट हो गया। प्रक्षेपण के थोड़ी ही देर बाद रॉकेट ब्लास्ट होने से चकनाचूर हो गया। यह जापान का किसी निजी कंपनी का पहला रॉकेट था।
भारतीय सेना रॉकेट फोर्स तैयार कर रही है। बड़ी बात यह रहेगी कि चीन के 5 शहर इसकी जद में आ जाएंगे। चीनी सेना के PLARF की तरह भारत अपनी रॉकेट फोर्स बना रहा है।
जीएसएलवी रॉकेट की आखिरी उड़ान 29 मई, 2023 को थी और रॉकेट का कोडनेम 'जीएसएलवी-एफ12' रखा गया था। तार्किक रूप से, अगले जीएसएलवी रॉकेट का क्रमांकन 'जीएसएलवी-एफ13' होना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
चीन का रॉकेट चांद की सतह से टकराया था। लेकिन रॉकेट जिस जगह टकराया वहां कए की बजाय दो गड्ढे दिखाई दिए हैं। इस पर बड़े साइंटिस्ट ने दावा किया है कि चीन ने संभवत: यहां रॉकेट के साथ हथियार भी भेजा होगा।
भारत लगातार अपने दुश्मनों को मजा चखाने के लिए हथियारों को अपडेट कर रहा है। इसी क्रम में कार्ल गुस्ताफ एम-4 एक ऐसा हथियार है, जिसका निर्माण भारत में ही होगा। इसकी खासियत आपको हैरान कर देगी। यह हथियार चीन और पाकिस्तान की नींद उड़ा देगा।
अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक और क्रांति की उम्मीद बढ़ गई है। भारत के ताबड़तोड़ चांद और सूर्य मिशन के बाद अब जापान ने अपना ब्रह्मांड मिशन लांच किया है। जापान का एक्सरे रॉकेट दूरबीन के साथ ब्रह्मांड की उत्पत्ति का पता लगाने चांद पर रवाना हो चुका है। भारतीय अंतरिक्ष एवं अनुसंधान संघठन ने जापान को इसके लिए बधाई दी है।
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