प्रॉपइक्विटी के अनुसार, दिल्ली और एनसीआर में मकान की कीमतों में 2019 से 137 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। रिपोर्ट के अनुसार, 2019 और सितंबर, 2024 के बीच नोएडा, गुरुग्राम, गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा में घरों की कीमतें दोगुनी से अधिक हो गईं हैं।
आवास की मांग, सप्लाई और अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर से बचाने के लिए, क्रेडाई ने सरकार से FSI शुल्क को जीएसटी से बाहर रखने और मौजूदा नियम बनाए रखने की अपील की है, ताकि आवासीय योजनाओं पर इसका नकारात्मक असर न पड़े।
अगर आपने कोई प्रॉपर्टी इन्वेस्टमेंट के लिए खरीदी है और अब उसे बेचकर शानदार रिटर्न प्राप्त करना चाहते हैं तो ये टिप्स आपके काम आ सकते हैं।
माधुरी दीक्षित ने मुंबई के अपस्केल लोअर परेल इलाके में भी 48 करोड़ रुपये का अपार्टमेंट खरीदा था। इंडियाबुल्स ब्लू प्रोजेक्ट में स्थित यह संपत्ति 28 सितंबर, 2022 को रजिस्टर की गई है। 53वीं मंजिल पर स्थित अपार्टमेंट का क्षेत्रफल 5,384 वर्ग फुट है।
जेएलएल इंडिया ने कहा कि रेसिडेंसिल यूनिट की बिक्री अच्छी बनी हुई है और 2024 में नौ महीने (जनवरी-सितंबर) की नई ऊंचाई पर पहुंच गई है। घरों की कीमत में इस साल काफी तेजी देखने को मिली है। दिल्ली-एनसीआर में कीमतें सबसे ज्यादा बढ़ी हैं।
दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में सबसे अधिक 32 प्रतिशत की सालाना वृद्धि हुई। इसके बाद बेंगलुरू में 24 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि हुई।
नाइट फ्रैंक इंडिया ने कहा कि आवासीय बाजार में आशावाद कायम है क्योंकि 62 प्रतिशत प्रतिभागियों ने कीमतों में वृद्धि की उम्मीद जताई है जबकि 40 प्रतिशत को बिक्री बढ़ने और 38 प्रतिशत को बाजार स्थिरता की उम्मीद है।
दिल्ली-एनसीआर, खासकर गुरुग्राम, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में तेजी से हो रहे इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट ने ऐसे इलाकों को विकास के लिए खोला है, जो पहले कनेक्टिविटी की कमी के चलते पिछड़ गए थे।
नारेडको की चार-दिवसीय अध्ययन यात्रा के दौरान इस सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन में 350 से अधिक प्रतिभागियों, भारत सरकार के 35 प्रतिनिधियों, उद्योग जगत और यूएई के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
क्रेडाई के अध्यक्ष बोमन ईरानी ने 25वें स्थापना दिवस के मौके पर ये भी सुझाव दिया कि सरकार को किफायती और मध्यम आय वर्ग के लिए आवास की मांग को बढ़ावा देने के लिए 75-80 लाख रुपये तक की लागत वाले निर्माणाधीन मकानों पर 1 प्रतिशत जीएसटी लगाना चाहिए।
देश की सबसे बड़ी रियल्टी कंपनी डीएलएफ लिमिटेड की सेल्स बुकिंग जुलाई-सितंबर अवधि के दौरान तेजी से घटकर 692 करोड़ रुपये रह गई, क्योंकि कंपनी ने कोई नया हाउसिंग प्रोजेक्ट शुरू नहीं किया।
मुंबई में हाउसिंग प्रॉपर्टीज की कीमतें सालाना आधार पर साल 2024 की तीसरी तिमाही में 11.5 प्रतिशत बढ़ी हैं। मुंबई साल 2024 की तीसरी तिमाही तक 953 अमेरिकी डॉलर प्रति वर्ग फुट की औसत कीमत के साथ एशिया प्रशांत क्षेत्र का 14वां सबसे महंगा प्रमुख आवासीय बाजार है।
कंपनी ने वित्त वर्ष 2023-24 में 7,270 करोड़ रुपये की बिक्री बुकिंग दर्ज की थी। सिग्नेचर ग्लोबल की गुरुग्राम बाजार में अच्छी उपस्थिति है।
महंगाई को देखते हुए भविष्य में बच्चों के भविष्य के लिए ज्यादा पैसों की जरूरत होगी। ऐसे में अगर शुरुआत से ही सही स्ट्रैटेजी के साथ निवेश की शुरुआत कर दी जाए तो आगे राह आसान हो जाएगा। मार्केट में बच्चों के हिसाब से निवेश के कई ऑप्शन मौजूद हैं।
रियल एस्टेट मार्केट में दो तरह की प्रॉपर्टी उपलब्ध होती हैं- अंडर कंस्ट्रक्शन और रेडी-टू-मूव। खरीदार अपनी-अपनी जरूरतों के हिसाब से अंडर कंस्ट्रक्शन और रेडी-टू-मूव प्रॉपर्टी खरीदते हैं।
पिछले वित्त वर्ष में कंपनी की बिक्री बुकिंग 84 प्रतिशत बढ़कर रिकॉर्ड 22,527 करोड़ रुपये हो गई, जो रियल्टी फर्मों में सबसे अधिक है। इसने चालू वित्त वर्ष के लिए 27,500 करोड़ रुपये की बिक्री बुकिंग का लक्ष्य रखा है।
डीएलएफ के प्रबंध निदेशक अशोक त्यागी ने बताया था कि कंपनी को गुरुग्राम में इस नई सुपर-लक्जरी परियोजना से वर्तमान ‘प्री-लॉन्च’ कीमत के आधार पर 26,000 करोड़ रुपये के रेवन्यू की उम्मीद है।
हाउस ऑफ हीरानंदानी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक सुरेंद्र हीरानंदानी ने कहा कि मुंबई का बुनियादी ढांचा विकास और विश्वस्तरीय स्थलों की बढ़ती मांग एमएमआर क्षेत्र में हमारे लिए एक जबर्दस्त अवसर पेश करता है।
रियल एस्टेट के जानकारों का कहना है कि बुकिंग के समय ही लीगल डक्यूमेंट्स होने से बिल्डर की मनमर्जी नहीं चलेगी। वह अपनी मर्जी से किसी बायर्स का फ्लैट कैंसल नहीं कर पाएंगे।
मैक्रोटेक डेवलपर्स ने अपने ताजा इंवेस्टर्स प्रेजेंटेशन में कहा कि उसने चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-सितंबर अवधि के दौरान 36 लाख वर्ग फुट एरिया के प्रोजेक्ट्स पेश किए हैं, जिनकी अनुमानित सेल्स बुकिंग कैपेसिटी 6,130 करोड़ रुपये है।
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