कर्नाटक के मंत्री बी जेड जमीर अहमद खान ने केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी को ‘कालिया’ कह दिया। उसके बाद माफी भी मांग ली, लेकिन उन्होंने कुछ ऐसा कहा है जिसे सुनकर आप भी हैरान होंगे।
लंदन में दिवाली कार्यक्रम की घोषणा के बाद ही भारतीयों पर नस्लवादी टिप्पणियों का दौर शुरू हो गया है। लंदन के मेयर सादिक खान की ओर से एक वीडियो के माध्यम से आगामी 27 अक्टूबर को दिवाली कार्यक्रम के ऐलान के बाद ही भारतीयों को निशाने पर लिया जा रहा है और " भारत वापस जाओ के नारे" लगाए जा रहे हैं।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने एक इंटरव्यू में अपने अनुभव साझा किए। इस दौरान नस्लवाद को लेकर भी उन्होंने बात की। उन्होंने बचपन का किस्सा सुनाते हुए खुद के साथ हुए नस्लवाद की चर्चा की।
ऑस्ट्रेलिया के तस्मानिया में एक रेस्तरां चलाने वाले जरनैल सिंह ने आरोप लगाया है कि पिछले 2-3 महीनों से उनके ऊपर लगातार नस्ली हमले हो रहे हैं और पुलिस इस मामले को खास तवज्जो नहीं दे रही है।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कंजरवेटिव पार्टी के तौर पर अपना पहला भाषण दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि ब्रिटेन एक नस्लवादी देश नहीं है, मेरी गाथा भी एक ब्रिटिश कहानी है। उन्होंने बताया कि कैसे तीन पीढ़ियों के बाद एक भारतीय परिवार डाउनिंग स्ट्रीट (पीएम की कुर्सी) तक पहुंच गया।
एक ऑस्ट्रेलियाई व्यक्ति ने भारतीय मूल के किरायेदार को ईमेल भेजकर नस्लवादी टिप्पणी करके बखेड़ा खड़ा कर दिया है। इस व्यक्ति ने भारत के बारे में भी काफी अशोभनीय शब्द कहे। हालांकि ऐसी टिप्पणी करने वाले ऑस्ट्रेलियाई को बाद में प्राधिकरण ने निलंबित कर दिया और उसने माफी भी मांग ली।
Britain's PM Rishi Sunak revealed secrets of Racism: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री भारतीय मूल के ऋषि सुनक ने अपने जीवन से जुड़ा एक बड़ा खुलासा करके सबको हैरान कर दिया है। ऋषि सुनक ने बताया है कि पहले अपनी जिंदगी में वह किन-किन बड़ी कठिनाइयों से गुजरे हैं, जिन्हें भूल पाना अब हमेशा के लिए मुश्किल होगा।
Racism Attack on Indian: विदेशों में भारतीयों के खिलाफ बढ़ते नस्लवाद और घृणा अपराध के एक और मामले में, वर्जीनिया के हेनरिको काउंटी में एक रेस्तरां में अश्लील और नस्लवादी तस्वीरों के साथ तोड़फोड़ की गई।
Racism Attack: अमेरिका में भारतीयों के खिलाफ नस्लवाद का मुद्दा खत्म नहीं होने का नाम नहीं ले रहा था कि ऐसा ही एक वीडियो यूरोप से सामने आया है। यहां एक भारतीय युवक से बदतमीजी और गाली-गलौज का करते हुए साफ देखा जा सकता है।
यॉर्कशर के पूर्व खिलाड़ी अजीम रफीक ने 2011 में यहूदियों के खिलाफ भाषा के प्रयोग के लिये माफी मांगते हुए कहा कि एक अन्य क्रिकेटर को इस तरह के संदेश भेजने के लिये वह शर्मसार हैं।
रूट ने बयान में कहा, "नस्लवाद को लेकर कोई बहस ही नहीं होनी चाहिए। यह असहनीय है।"
यॉर्कशायर क्लब पूर्व खिलाड़ी अजीम रफीक के नस्लीय दुर्व्यवहार के आरोपों पर कार्रवाई करने में विफल रहा था। स्वतंत्र जांच में खिलाड़ी के ये आरोप सही साबित हुए थे जिससे ईसीबी ने क्लब के रवैये को 'घिनौना' भी करार दिया।
वेस्टइंडीज के अपने जमाने के दिग्गज तेज गेंदबाज माइकल होल्डिंग का मानना है कि नस्लवाद का पूरी तरह से सफाया असंभव है।
इंग्लैंड की क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने वेस्टइंडीज के ऑलराउंडर मार्लन सैमुएल्स पर बेन स्टोक्स के खिलाफ गलतबयानी के लिए आड़े हाथों लिया है।
श्रीलंका के पूर्व कप्तान कुमार संगाकारा ने गुरुवार को नस्लभेद के खिलाफ एक शक्तिशाली संदेश दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि बिना मूल्यों की शिक्षा देने से भेदभाव नहीं रुकेगा।
दक्षिण अफ्रीका के पूर्व तेज गेंदबाज मखाया एंटिनी ने कहा कि वह नस्लवाद का शिकार रहे और हमेशा खुद को ‘अकेला महसूस’ करते थे।
भारतीय मूल के इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर मोंटी पनेसर का मानना है कि ब्रिटेन में दक्षिण एशियाई प्रवासियों को यदा कदा ही नस्लवाद का सामना करना पड़ता है लेकिन इसकी तुलना अश्वेत समुदाय के साथ रोजमर्रा की जिंदगी में हो रहे बर्ताव से नहीं की जा सकती।
वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे टेस्ट सीरीज के पहले मैच में दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने नस्लभेद के खिलाफ आंदोलन को अपना समर्थन दिया है।
इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच साउथैम्पटन में 8 जुलाई को 3 मैचों की टेस्ट सीरीज का आगाज हुआ। कोरोना वायरस महामारी के चलते पिछले 117 दिनों से ठप्प पड़े इंटरनेशनल क्रिकेट की इस सीरीज के जरिए वापसी हुई है।
क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका के निदेशक ग्रीम स्मिथ का कहना है कि उनका बोर्ड आने वाले दिनों में यह पता लगाने का प्रयास करेगा कि वे अपने देश में ‘ब्लैक लाइव्स मैटर’ (बीएलएम) आंदोलन में कैसे प्रभावी भूमिका निभा सकते हैं।
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