देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक- भारतीय स्टेट बैंक यानी SBI अपने ग्राहकों को 5 साल की एफडी यानी फिक्स्ड डिपॉजिट पर 6.5 प्रतिशत का ब्याज ऑफर कर रहा है। एसबीआई 5 साल की अवधि वाली एफडी स्कीम पर वरिष्ठ नागरिकों को 7.5 प्रतिशत का ब्याज दे रहा है।
पोस्ट ऑफिस की सेविंग स्कीम में निवेश कर महिलाएं बैंकों के मुकाबले ज्यादा रिटर्न ले सकती हैं। साथ ही बिना कोई जोखिम के समय के साथ पैसे को बढ़ा सकती हैं।
1 साल के लिए इस सेविंग स्कीम में 6.9%, 2 साल के लिए 7.0%, 3 साल के लिए 7.1% और 5 साल के लिए 7.5% की दर से ब्याज मिल रही है।
एनएसएस-87 को 1987 में लॉन्च किया गया था और 1992 में बंद कर दिया गया था। 1992 में एक नई सीरीज, एनएसएस-92 लॉन्च की गई थी, लेकिन 2002 में इसे बंद कर दिया गया। तब से कोई अन्य एनएसएस योजना शुरू नहीं की गई है।
इस स्कीम में आप मिनिमम 1000 रुपये निवेश कर सकते हैं जबकि मैक्सिमम निवेश की कोई लिमिट नहीं है। यानी आप इस स्कीम में जितना मर्जी उतना पैसा लगा सकते हैं।
अगर आप आरडी खाता चलाना चाहते हैं तो देश के किसी भी बैंक या डाकघर आरडी अकाउंट खुलवाया जा सकता है। डाकघर 5 साल की आरडी पर 6.7 प्रतिशत का सालाना ब्याज दे रहा है।
एफडी और टीडी दोनों एक ही स्कीम हैं, जहां ग्राहक एक तय अवधि के लिए पैसा जमा करते हैं और मैच्यॉरिटी पर एक तय रिटर्न प्राप्त करते हैं।
भारत सरकार की इस स्कीम में महज 1000 रुपये के साथ ही निवेश की शुरुआत की जा सकती है। साथ ही आप इसमें अनलिमिटेड पैसा जमा कर सकते हैं। एक खास स्थिति में अकाउंट को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को ट्रांसफर भी किया जा सकता है।
स्कीम के तहत एक अकेला वयस्क, तीन लोग मिलकर भी ज्वाइंट अकाउंट भी खोलकर पैसे लगा सकते हैं। साथ ही अगर कोई 10 साल से ज्यादा उम्र का नाबालिग है तो वह भी इसमें अपने नाम से निवेश कर सकता है।
डाकघर अपने ग्राहकों को 1 साल की टीडी पर 6.9 प्रतिशत, 2 साल की टीडी पर 7.0 प्रतिशत, 3 साल की टीडी पर 7.1 प्रतिशत और 5 साल की टीडी पर 7.5 प्रतिशत का ब्याज ऑफर कर रहा है। बताते चलें कि डाकघर की इस बचत स्कीम में कम से कम 1000 रुपये से निवेश शुरू किया जा सकता है।
स्कीम की खास बात यह है कि इसमें गारंटीड रिटर्न के साथ टैक्स छूट की भी सुविधा मिलती है। यह एक सुरक्षित निवेश विकल्प भी है। इस स्कीम में निवेश की एक लिमिट है।
अगर आपके खाते में 10 करोड़ रुपये से ज्यादा हैं तो आपको सालाना 3.00 प्रतिशत का ब्याज दिया जाएगा। बताते चलें कि 15 अक्टूबर, 2022 से पहले एसबीआई सभी बचत खातों पर 2.70 प्रतिशत का ही ब्याज दे रहा था, चाहे आपके बैंक खाते में चाहें जितने पैसे हों।
स्कीम में तीन वयस्क मिलकर भी ज्वाइंट अकाउंट चला सकते हैं। इतना ही नहीं आप इस स्कीम में जरूरत पड़ने पर लोन भी ले सकते हैं। इसमें छोटी पूंजी से निवेश करेंगे तो आपके पास एक अच्छी खासी रकम जमा हो सकती है।
इस स्कीम में बेहतर रिटर्न के साथ-साथ आपको इसमें टैक्स छूट का भी फायदा मिलता है। स्कीम इसलिए भी खास है क्योंकि इसमें एक सुविधा है कि आप दूसरे व्यक्ति को भी अकाउंट ट्रांसफर कर सकते हैं।
ऐसी अफवाह उड़ गई है कि 4 जून से कांग्रेस हर महीने 8500 रुपए ट्रांसफर करेगी। इसके बाद से पोस्ट ऑफिस के बाहर महिलाओं की कतार लग गई है। आइए जानते हैं पूरा मामला
पोस्ट ऑफिस पब्लिक प्रोविडेंट फंड स्कीम यानी पीपीएफ पर 7.10 फीसदी की दर से अभी इंट्रेस्ट मिल रहा है। पीपीएफ में आप एक वित्त वर्ष में कम से कम 500 रुपये से निवेश की शुरुआत कर सकते हैं।
यह योजना-अन्य डाकघर योजनाओं की तरह-वित्त मंत्रालय द्वारा मान्यता प्राप्त और मान्य है। संप्रभु गारंटी पोस्ट ऑफिस एमआईएस खाते को इक्विटी शेयरों और कई निश्चित आय विकल्पों की तुलना में एक सुरक्षित निवेश है।
यह भारत सरकार की सेविंग स्कीम है। यानी आपको अपने पैसों की कोई चिंता नहीं करनी है, वह पूरी तरह सुरक्षित भी रहेंगे। स्कीम पर ब्याज दर भारत सरकार (वित्त मंत्रालय) ही समय-समय पर तय करती है। कम से कम 1000 रुपये निवेश कर सकते हैं और 100 के मल्टीपल में चाहे आप जितनी रकम हो, निवेश कर सकते हैं।
डाकघर एमआईएस खाते के लिए अधिकतम लॉक-इन अवधि 5 वर्ष है। स्कीम परिपक्व होने के बाद निवेशक निवेश की गई राशि निकाल सकता है या दोबारा निवेश कर सकता है। निवेशक जमा की तारीख से 1 वर्ष की समाप्ति से पहले जमा राशि नहीं निकाल सकता है।
नियमों का उल्लंघन करके खोला गया खाता या जमा राशि पोस्ट ऑफिस बचत खाते पर ब्याज के लिए योग्य होगी। अकाउंट खोलने की तारीख से एक साल के बाद योग्य बैलैंस राशि का 40 प्रतिशत तक राशि की निकासी की जा सकती है।
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