प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नाइजीरिया, ब्राजील और गयाना का यह विदेश दौरा उनके सबसे व्यस्त और सफल विदेश यात्राओं में से एक रहा। पीएम मोदी ने इस दौरान 5 दिन की विदेश यात्रा में दुनिया के 31 नेताओं और संगठनों के मुखिया के साथ द्विपक्षीय वार्ता की।
खालिस्तानी हरदीप सिंह निज्जर मामले में कनाडा ने फिर पलटी मार ली है। कनाडा के प्रधानमंत्री की ओर से बयान जारी कर कहा गया है कि उसके पास भारतीय नेताओं अधिकारियों के खिलाफ हरदीप निज्जर की हत्या मामले में कोई सुबूत नहीं हैं।
पीएम मोदी ने जॉर्जटाउन में भारतीय समुदाय को संबोधित करने के दौरान उन्हें प्रयागराज महाकुंभ-2025 में शम्मिलित होने और अयोध्या में प्रभु श्रीराम के मंदिर देखने और दर्शन करने आने का न्यौता दिया। पीएम मोदी ने कहा कि आप अपने परिवार और दोस्तों के साथ आ सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 5 दिवसीय यात्रा संपन्न हो गई है। वह गयाना से अब नई दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। विदेश मंत्रालय ने उनकी यात्रा पूरी होने की जानकारी दी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गयाना की संसद के विशेष सत्र को संबोधित किया है। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत और गुयाना का रिश्ता आत्मीयता से भरा रहा है।
नाइजीरिया और गयाना के बाद अब डोमिनिका ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने देश के सर्वोच्च पुरस्कार से नवाजा है। प्रधानमंत्री को यह पुरस्कार कोविड-19 महामारी के दौरान इन देशों को मुफ्त में वैक्सीन पहुंचाने समेत अन्य देशों को मदद करने के लिए दिया है।
भारत-कैरिकॉम संबंधों को मजबूती देने के लिए पीएम मोदी ने गयाना में 7 अहम प्रस्ताव रखा है। इसमें कैरेबियाई देशों को जोड़ने के लिए ऑनलाइन पोर्टल बनाने का प्रस्ताव भी शामिल है। इसके साथ ही व्यापार, टेक्नालॉजी, कृषि, खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में मिलकर काम करने का प्रस्ताव दिया है।
प्रधानमंत्री मोदी गुयाना की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। अपनी यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत और गुयाना ने अपने सहयोग को मजबूत करने के लिए कई नई क्षेत्रों की पहचान की है।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के गुरु और मशहूर दार्शनिक व राजनीतिक विश्लेषक अलेक्जेंडर दुगिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दुनिया का सुपर पॉवर और बैलेंसिंग लीडर बताया है। उन्होंने पीएम मोदी के वैदिक, अखंड और संप्रभु भारत का समर्थन किया है। अलेक्जेंडर दुगिन ने ये बातें इंडिया टीवी से एक्सक्लूसिव वार्तालाप में की।
पीएम मोदी ने जब गुयाना की धरती पर कदम रखा तो एक नया इतिहास लिखा गया। गुयाना में 56 साल बाद नरेंद्र मोदी के रूप में कोई प्रधानमंत्री जॉर्जटाउन पहुंचा है। पीएम मोदी का वहां जोरदार स्वागत हुआ। वह भारतीय समुदाय के लोगों से भी मिले।
भारत देश और इसके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का डंका पूरी दुनिया में बज रहा है। अब गयाना और बारबाडोस ने पीएम मोदी को सर्वोच्च सम्मान देने का ऐलान किया है।
ब्राजील के G-20 में शिखर सम्मेलन में एक वक्त ऐसा आया, जब अमेरिकी राष्ट्रपति के अगल-बगल कनाडा और भारत के पीएम खड़े थे। मगर इस दौरान बाइडेन ने पीएम मोदी को ज्यादा महत्व दिया। इससे ट्रूडो टेंशन में पड़ गए।
जब वायरल पोस्ट की जांच की गई तो पाया गया है कि ये दावा फर्जी है। बाबूलाल मरांडी का यह वीडियो 2018 का है, जब वे झारखंड विकास मोर्चा नाम की पार्टी के अध्यक्ष थे और विपक्ष में थे।
महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीटों और और झारखंड में दूसरे चरण के तहत 38 विधानसभा सीटों के लिए बुधवार को वोटिंग होगी। इस दिन पीएम मोदी ने वोटर्स से खास अपील की है।
G20 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चिली के राष्ट्रपति से मुलाकात की। पीएम मोदी ने कहा कि चिली में आयुर्वेद को लोकप्रियता मिल रही है। दोनों नेताओं ने कई मुद्दों पर भी चर्चा की।
G20 शिखर सम्मेलन में पीएम नरेंद्र मोदी और ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लुला डा सिल्वा के बीच अहम चर्चा हुई है। दोनों देशों ने ऊर्जा, जैव ईंधन, रक्षा, कृषि और अन्य क्षेत्रों में सहयोग पर सहमति जताई है।
G20 शिखर सम्मेलन प्रधानमंत्री मोदी और ब्रिटिश पीएम केअर स्टॉर्मर के बीच मुलाकात के दौरान अर्थव्यवस्था, व्यापार, टेक्नोलॉजी और रिसर्च समेत तमाम मुद्दों पर चर्चा हुई। इस दौरान भारत ने विजय माल्या और नीरव मोदी के प्रत्यर्पण पर जोर दिया
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा है कि चीन भारत के साथ मिलकर संवाद और सहयोग बढ़ाने और रणनीतिक आपसी विश्वास को मजबूत करने के लिए तैयार है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी G20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए ब्राजील में हैं। रियो डी जेनेरियो में सोमवार को पीएम मोदी ने कई राष्ट्राध्यक्षों से मुलाकात की। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और पीएम मोदी की भी मुलाकात हुई है।
G20 शिखर सम्मेलन में अपने सबोधन के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि वैश्विक संघर्षों के कारण उत्पन्न खाद्य, ईंधन और उर्वरक संकट से ‘ग्लोबल साउथ’ के देशों पर सबसे अधिक प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।
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