महिलाओं के लिए बड़ी खबर है। अब आपको पीरियड्स के दौरान होने वाली समस्या से आफिस के कारण दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा। ओडिशा सरकार ने राज्य में पीरियड्स के दौरान पेड लीव का ऐलान किया है।
लॉ यूनिवर्सिटी ने पीरियड्स लीव को लेकर बड़ी पहल की है। यूनिवर्सिटी ने अपनी मासिक धर्म अवकाश नीति लागू की है जो इस वर्ष एक जुलाई से प्रभावी हो गई है। छात्राओं के लिए यह छुट्टी अनिवार्य नहीं होगी, यदि वे चाहें तो ही इसके लिए आवेदन कर सकती हैं।
पीरियड्स का असर हर महिला पर अलग तरीके से हो सकता है। लेकिन अगर आपको पीरियड्स में इस तरह के लक्षण नजर आ रहे हैं तो आपको इन्हें इग्नोर करने की गलती नहीं करनी चाहिए।
तमाम देशों में पिछले कई सालों से पीरियड्स के दौरान छुट्टी (Menstrual Leave) पर बहस चल रही थी। इसे एक अधिकार बनाने की बात हो रही थी। ऐसे में इस देश ने ऐतिहासिक कदम उठाया है।
केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष सरकार द्वारा लोकसभा में एक प्रश्न के जवाब में लिखित उत्तर में जानकारी दी गई है। उन्होंने कहा कि महवारी के दिनों में अवकाश को लेकर विधेयक लाने का सरकार का कोई प्रस्ताव नहीं है।
एक सर्वे के मुताबिक पीरियड्स के दिनों में 30 प्रतिशत महिलाएं क्रैम्प और दर्द से इतनी ज़्यादा परेशान होती हैं कि वो कोई भी काम सही ढंग से नहीं कर पाती हैं।
अमेरिका के नॉर्थ कैरोलिना में एक महिला को लगातार 83 दिन तक पीरियड्स आए। इससे उसकी हालत इतनी खराब हो गई कि उसे खून चढ़ाना पड़ गया।
अशोक गहलोत ने घोषणा की है कि जनहित में राजस्थान सरकार हर महिला को हर महीने 12 सैनिटरी नैपकिन उपलब्ध कराएंगी। वहीं, राजस्थान में कामकाजी महिलाओं को मासिक धर्म चक्र के दौरान एक दिन की पेड पीरियड लीव (सवेतन अवकाश) दिए जाने की भी मांग उठ रही है।
Cinnamon Benefits: दालचीनी से सिर्फ हमार किचन ही नहीं महकता, बल्कि ये मसाला महिलाओं से जुड़ी इन समस्याओं को भी करता है कंट्रोल।
Scotland Free Period Products: स्कॉटलैंड में एक मोबाइल फोन ऐप्लीकेशन भी उपलब्ध कराया गया है, जिसकी मदद से स्थानीय पुस्तकालय या सामुदायिक केंद्र जैसे ऐसे निकटतम स्थान का पता लगाया जा सकता है, जहां से माहवारी संबंधी उत्पाद लिए जा सकते हैं।
मेंस्ट्रुअल कप पर्यावरण के लिए काफी अच्छा है। अगर आप एक बार मेंस्ट्रुअल कप लेते हैं तो उस कप को 5-6 साल तक यूज़ कर सकते हैं। आज कल बहुत सी लड़कियां पीरियड्स में पैड की जगह मेंस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल करने लगी हैं।
कुछ महिलाओं को पीरियडस् के दौरान हैवी ब्लीडिंग की परेशानी होती है, उन्हें केले के फूल के इस आयुर्वेदिक नुस्खे से राहत मिल सकती है।
करेले की पत्तियों में विटामिन सी से लेकर विटामिन ए और एंटीऑक्सीडेंट होता है। जो हमें कई तरह की तकलीफ से राहत दिलाने में कारगर है।
इन फूड्स में कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो हार्मोनल असंतुलन, तनाव आदि को भी कम करने में सहायक होते हैं।
कई बार पीरियड्स का फ्लो इतना अधिक हो जाता है कि दिन में कई बार पैड्स और कपड़े तक बदलने पड़ जाते हैं। हैवी ब्लीडिंग की समस्या को मेनरेजीआ कहते हैं।
पीरियड्स के दौरान लगभग हर महिला को इस दर्द का सामना करना पड़ता है, लेकिन कभी कभी खान पान पर कम ध्यान देनें के कारण ये परेशानी काफी बढ़ जाती है।
पीरियड्स के दौरान पेट के निचले हिस्से में असहनीय दर्द और ऐंठन महसूस होती है । कई बार तो यह दर्द जांघों, पैरों और कमर में भी होने लगता है।
पीरियड्स के दौरान कई महिलाओं को पेट में असहनीय दर्द होता है। किसी-किसी को ये दर्द 5 दिन तक लगातार बना रहता है।
पीरियड्स के रेगुलर यानी समय पर न होने से कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। लेकिन, सेहत का ध्यान रखकर इस समस्या को दूर किया जा सकता है।
ज्यादातर महिलाओं को शिकायत होती है कि उनके पीरियड्स समय पर नहीं आते हैं। इसके पीछे बहुत से कारण हो सकते हैं। आज हम आपको बताएंगे कि पीरियड्स में देरी से आने के क्या कारण हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है।
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