जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद विधानसभा चुनाव हो चुके हैं और यहां नई सरकार भी बन चुकी है। ऐसे में स्थानीय नेता जम्मू कश्मीर के लिए पूर्ण राज्य के दर्जे की मांग कर रहे हैं।
उमर अब्दुल्ला आज जम्मू कश्मीर के सीएम पद की शपथ लेंगे। उनके शपथ ग्रहण समारोह से ठीक पहले कांग्रेस ने बड़ा फैसला किया है और कहा है कि वह उमर सरकार में शामिल नहीं होगी, बाहर से समर्थन करेगी।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल आज डोडा पहुंचे। यहां उन्होंने मेहराज मलिक को जीत दिलाने के लिए जनता को धन्यवाद दिया। इसके साथ ही उन्होंने उमर अब्दुल्ला को कहा कि वह आधे राज्य वाली सरकार चलाने के लिए उनसे सलाह ले सकते हैं।
कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने गठबंधन के तहत जम्मू-कश्मीर विधानसभा का चुनाव लड़ा है। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 42 और कांग्रेस ने 6 सीटें जीती हैं। उपराज्यपाल के सामने बहुमत साबित करने के लिए 46 विधायक चाहिए।
नेशनल कांफ्रेंस के विधायकों ने उमर अब्दुल्ला को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुन लिया है। इसके साथ ही उमर का मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया है।
जम्मू-कश्मीर में उमर अब्दुल्ला एक बार फिर सीएम की कुर्सी संभालने के लिए तैयार हैं। उन्होंने बडगाम और गांदरबल दोनों सीट पर जीत दर्ज की है। दोनों में से कोई एक सीट उन्हें छोड़नी होगी।
जम्मू-कश्मीर में उपराज्यपाल के हस्तक्षेप के सवाल पर उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हमारे और दिल्ली में फर्क है। दिल्ली कभी रियासत रही नहीं या दिल्ली को रियासत बनाने का वादा किसी ने किया नहीं। हम एक रियासत थे। हमें रियासत का दर्जा देने का वादा किया गया था।
जम्मू कश्मीर में उमर अब्दुल्ला दूसरी बार मुख्यमंत्री बननेवाले हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू कश्मीर को लेकर जो वादे किए हैं, उन्हें वे पूरा करेंगे।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला दो विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। ये विधानसभा सीटें बडगाम और गांदरबल हैं। जम्मू-कश्मीर के चुनावी नतीजों में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने अच्छा प्रदर्शन कर किया है।
हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह को ढेर करने के बाद भी इजरायल एक्शन में है। इजरायल ने यमन में हूती विद्रोहियों पर जबरदस्त हमला बोला है। इधर भारत में महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला की पार्टी के लोग नसरल्लाह की मौत पर मातम मना रहे हैं। क्या कश्मीर के अंतिम फेज का चुनाव नसरल्लाह की मौत के बाद बदल गया है?
दूसरे चरण के चुनाव में 26 विधानसभा क्षेत्रों के 239 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा। भाजपा की जम्मू कश्मीर इकाई के प्रमुख रविंदर रैना राजौरी जिले की नौशेरा सीट से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं। इसके अलावा, दूसरे चरण में पांच पूर्व मंत्री और 10 पूर्व विधायक भी मैदान में हैं।
जम्मू-कश्मीर में दूसरे चरण की वोटिंग को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। बुधवार को 26 सीटों पर वोटिंग होनी हैं। गदरबल, गरीबबल, बड़गाम और बीरवाह विधानसभा सीटें शामिल हैं।
जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। दूसरे चरण के लिए वोटिंग 26 सितंबर होगी जिसमें गांदेरबाल सबसे हॉट सीट है। पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला इसी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। राज्य में मुख्य मुकाबला कांग्रेस-NC, पीडीपी और भाजपा के बीच माना जा रहा है। हालांकि, विधानसभा चुनाव में एक और पार्टी सामने आई है जिसमें महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला की टेंशन बढ़ा दी है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला गांदरबल और बडगाम विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। इंडिया टीवी ने दोनों ही सीटों पर युवाओं से लेकर विपक्षी नेताओं के बयान लिए हैं। दोनों सीटों की ग्राउंड रिपोर्ट का पता लगाया है।
16 साल के बाद उमर अब्दुल्ला फिर गांदरबल विधानसभा सीट से किस्मत आजमाने के लिए उतरे हैं। नॉमीनेशन फाइल करने के बाद उमर अब्दुल्ला ने अपनी टोपी उतारकर लोगों से चुनाव जिताने की अपील की है।
उमर अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। आपको बता दें कि उमर अब्दुल्ला ने लोकसभा चुनाव भी लड़ा था लेकिन इसमें उन्हें हार मिली थी।
जम्मू-कश्मीर की गांदरबल विधानसभा सीट इस बार काफी खास है। चर्चा है कि उमर अब्दुल्ला इस बार इस सीट से चुनाव लड़ेंगे। 2008 में उमर अब्दुल्ला ने गांदरबल से चुनाव लड़ा था। जीतकर जम्मू-कश्मीर के सीएम भी बने थे।
कांग्रेस वही इंडिया गठबंधन वाली रणनीति यहां भी चाहती है। नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने भी इंडिया गठबंधन में शामिल होने की बात कही और कहा कि जल्द ही सीटों का बंटवारा किया जाएगा।
जम्मू-कश्मीर भाजपा के प्रभारी तरुण चुघ ने कहा है कि उमर और फारूक अब्दुल्ला भारत में पाकिस्तान के राजदूत हैं। आइए जानते हैं कि तरुण चुघ ने ऐसा बयान क्यों दिया है।
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