दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ते ही वाहनों पर ऑड-ईवन नियम लागू कर दिया जाता है। अभी दिल्ली में ये नियम लागू नहीं किया गया है। वहीं, दिल्ली के अलावा दूसरे राज्य ने अपने यहां ये नियम लागू करने का ऐलान कर दिया है।
दिल्ली सरकार ने सर्दियों के समय होने वाली प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए एक विंटर एक्शन प्लान जारी किया है। इस प्लान में कुल 21 बिंदुओं पर फोकस किया गया है।
दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि पहले 13 नवंबर से 20 नवंबर तक के लिए दिल्ली ऑड-ईवन स्कीम सुचारू की जाने वाली थी। फिलहाल इसको स्थगित किया गया है। अब 20 नवंबर के बाद की स्थिति को देखकर ही फैसला लिया जाएगा।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा ऑड ईवन स्कीम पर कड़े सवाल पूछे जाने के बाद एक जरूरी बैठक बुलाई है। इस बैठक में परिवहन विभाग, राजस्व विभाग और अन्य विभागों के प्रतिनिधि शामिल होंगे।
दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के बाद दिल्ली सरकार ने ऑड-ईवन योजना को दोबारा लागू करने का ऐलान किया है। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने आज ऑड-ईवन जैसी योजनाओं को महज दिखावा बताया है। सुप्रीम कोर्ट ने पराली जलाने को लेकर भी प्रदेश की सरकारों को फटकार लगाई है।
दिल्ली में वायु प्रदूषण की वजह से हालात खराब हो गए हैं। लोगों को सांस लेना मुश्किल हो रहा है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए दिल्ली में ऑड ईवन सिस्टम लागू किया जाएगा। इससे लोगों को वायु प्रदूषण से कुछ राहत मिलने की उम्मीद है।
चंडीगढ़ शहर की विभिन्न मार्केटों पर लगाए गए ऑड-ईवन फॉर्मूले को अब खत्म कर दिया गया है।
प्रदूषण नियंत्रण को लेकर दिल्ली सरकार द्वारा चलाई गई ऑड ईवन स्कीम को सुप्रीम कोर्ट ने बेकार बताया है।
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए सरकार द्वारा शुरू किए गए ऑड-ईवन नियम का आज आखिरी दिन है।
दिल्ली में 4 नवंबर से 15 नवंबर तक लागू ऑड ईवन की अवधि और आगे बढ़ाने पर विचार हो रहा है।
गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव के मौके पर आज (11 नवंबर) और कल (12 नवंबर) को ऑड-ईवन प्रतिबंध लागू नहीं होगा।
आज जिन गाड़ियों के नम्बर की आखिरी डिजिट ऑड (विषम) नंबर होगा, वही गाड़ियां चलेंगी, यानि आज 5 नवंबर को सड़कों पर वो गाड़ियां चल पाएंगी जिनके आखिरी नंबर 1, 3, 5, 7 और 9 है।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर बने प्रदूषण विरोधी प्राधिकरण (ईपीसीए) ने सोमवार को कहा कि दिल्ली और उसके उपनगरों में प्रदूषित ईंधन से चलने वाले उद्योग आठ नवंबर की सुबह तक बंद रहेंगे।
दिल्ली में वायु प्रदूषण के संकट से निपटने के लिए प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव पी के मिश्रा की अध्यक्षता में सोमवार को पड़ोसी राज्यों के साथ हुई बैठक में स्थिति से निपटने के उपायों की समीक्षा की गयी।
राज्यसभा सदस्य गोयल सम-विषम योजना का विरोध करने के लिए सम दिन पर विषम नंबर की गाड़ी लेकर दिल्ली की सड़क पर निकल गए। भाजपा उपाध्यक्ष श्याम जाजू और पार्टी के अन्य नेता भी उस एसयूवी में सवार थे।
रविवार को प्रदूषण के रिकॉर्ड तोड़ने के बाद सोमवार को भी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर पर बना हुआ है। जहरीली हवाओं ने दिल्ली को बीमार कर दिया है, राजधानी का प्रदूषण जानलेवा बन चुका है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गंभीर वायु प्रदूषण के मद्देनजर सम-विषम योजना आज सोमवार (4 नवम्बर) सुबह 8 बजे से शुरू होगी। यह योजना का तीसरा संस्करण है। सरकार के निर्देश के मुताबिक नियम सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक लागू रहेंगे।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गंभीर वायु प्रदूषण के मद्देनजर सम-विषम योजना आज सोमवार (4 नवम्बर) सुबह 8 बजे से शुरू होगी। यह योजना का तीसरा संस्करण है। सरकार के निर्देश के मुताबिक नियम सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक लागू रहेंगे।
योजना 15 नवम्बर तक सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक लागू होगी। इसके तहत 4, 6, 8, 12 और 14 नवंबर को सड़कों पर विषम पंजीकरण संख्या (1, 3, 5, 7, 9) से समाप्त होने वाले चार पहिया निजी वाहनों को सड़कों पर निकलने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त (ट्रैफिक) ताज हुसैन ने कहा, ‘‘हम सम-विषम योजना को सुचारु रूप से लागू करने के लिए पूरे शहर में 200 टीमों को तैनात करेंगे।’’
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